ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान फर्रूखाबाद
फर्रूखाबाद । ग्रामीणों द्वारा लगाए जाम तथा धरना की खबर मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझा बुझाकर खुलवाया जाम कायमगंज नगर पालिका परिषद कायमगंज का अचरा मार्ग पर स्थित कूड़ा डंपिंग सेंटर लुधैइया गांव के पास में है ।
जहां सुबह-शाम की सफाई के बाद एकत्र कूड़े कचरे को ले जाकर नपा के वाहन कूडे कचरे को इस डंपिंग केंद्र पर डाल देते हैं ।क्योंकि इस समय बरसात का सीजन है और ऐसे में हर तरह के सड़े गले कूड़े कचरे के लगे बहुत बड़ी जगह में ढेरों से सड़ांध से बेहद दुर्गंध आ रही है ।
इस डंपिंग सेंटर से निकली दुर्गंध हवा के झोंकों के साथ पड़ोस के गांव लुधैइया , इजौर, उलियापुर आदि के ग्राम वासियों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है । उनका कहना है कि भीषण दुर्गंध तथा बदबूदार हवा के कारण संक्रामक रोग फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता । वहीं ग्रामीण कह रहे थे कि बदबू की वजह से उन लोगों को सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है ।
आज इसी समस्या का समाधान न होने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और बे कूडा डंपिंग केंद्र के पास स्थित हाई पावर विद्युत हाउस केंद्र के पास सड़क पर पहुंच गए । जहां उन्होंने नारेबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया तथा वहीं सड़क पर धरना देकर बैठ गए।बड़ी संख्या में सड़क पर बैठे ग्रामीणों के कारण दोनों तरफ सड़क पर जाम लग गया ।
धरना दे रहे ग्रामीण कह रहे थे कि यहां से उठती बदबू और दुर्गंध तो पूरे क्षेत्र के वातावरण को प्रदूषित कर ही रही है । वहीं इन कूड़े के ढेरों पर दिन और रात में भी कुत्ते तथा सियार आदि जंगली जानवर आकर भोजन की तलाश करते हैं यहां से निकलने वालों को या पड़ोस में रहने वालों को इससे खतरा बना हुआ है ।
वहीं इसकी दुर्गंध से क्षेत्र वासियों का जीवन नर्क हो गया है । उनका आरोप है कि इस समस्या समाधान के लिए नगर पालिका परिषद कायमगंज प्रशासन से कई बार कहा गया लेकिन हर बार कोरे आश्वासन के सिवा समाधान के लिए कोई प्रयास नहीं हुआ । यहां तक की यहां पडने वाले कूड़े पर कुछ ऐसे केमिकल्स का छिडकाव किया जाए जिससे कचरा जल्दी गल जाए लेकिन बदबू ना निकले । उसकी व्यवस्था भी पालिका प्रशासन नहीं कर रहा है ।
उनका आरोप है कि इस मार्ग से होकर बड़ी संख्या में नौनिहाल तथा युवा स्कूलों को जाते हैं कई बार कट्टर कुत्ते उन पर हमला कर घायल कर चुके हैं । कभी-कभी तो जंगली सियार आदि जानवर तक हमलावर हो चुके हैं । लेकिन फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है ।
उन्होंने रोंगटे खड़े करने वाली बात बताते हुए कहा कि कई बार दो पहिया वाहन चलाते हुए लोगों पर जब यह आवारा कुत्ते और जानवर हमलावर हुए तो घबराकर या टक्कर खाकर चालक तथा उस वाहन पर बैठे लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं – जैसी तमाम परेशानी का निराकरण न होने पर उन्होंने धरना प्रदर्शन कर विरोध करना शुरू किया है ।
ग्रामीणों के इस विरोध प्रदर्शन को सही ठहराते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता तथा संगठन सदस्य भी ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए उन्होंने समस्या समाधान न होने पर बड़े आंदोलन की भी चेतावनी दे डाली । इस तरह लगे जाम तथा ग्रामीणों के भारी विरोध प्रदर्शन की खबर मिलते ही कोतवाली प्रभारी अनुराग मिश्रा, उप निरीक्षक सुरजीत कुमार तथा अन्य पुलिस बल काफी संख्या में धरना स्थल पर पहुंचा ।
जहां ग्रामीणों से वार्ता कर समस्या समाधान कराने का पूरा प्रयास करने का आश्वासन दे पुलिस ने धरना समाप्त करा , सड़क मार्ग पर आवागवन शुरू कर दिया । ग्रामीणों का यह आक्रोश देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो नगर पालिका ग्रामीण क्षेत्र में बसे गांव वालों को इंसान ही नहीं मानती है यदि समझती होती तो इस डंपिंग सेंटर पर जिसकी बाल बाउंड्री तोड़कर सड़े गले दुर्गंध देते हुए कचरे के ढेर बाहर सड़क के किनारे तक लगा दिए ऐसा न कर इसकी कहीं ना कहीं किसी न किसी ढंग से उचित व्यवस्था तो करती ही । लेकिन उसने स्वच्छता नियम , मानवता वहीं प्रदूषण जैसी हर एक बात को नकारते करते हुए डंपिंग सेंटर के बाहर तक कूड़े के ढेर लगा दिए l






