मनोज कुमार यादव ब्यूरो चीफ
देवरिया। न्यायालय आपके द्वार के तहत जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत/वार्ड चौपाल कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत रतनपुरा, गढ़रामपुर, सोन्हुला रामनगर तथा नगर पंचायत तरकुलवा में चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याएँ सुनी गईं और त्वरित समाधान हेतु संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूली बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हुई। चौपाल में गोदभराई एवं अन्नप्राशन संस्कार भी सम्पन्न हुए। साथ ही विभिन्न विभागों की ओर से योजनाओं की जानकारी देने हेतु स्टॉल लगाए गए, जिनका अवलोकन किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि चौपाल का उद्देश्य शासन की योजनाओं को सीधे गाँव-गाँव तक पहुँचाना है, ताकि लोगों को शीघ्र व सुलभ सुविधा मिल सके।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि चौपाल में आए प्रत्येक व्यक्ति की समस्या का गंभीरता से संज्ञान लिया जाए और उसका त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने हेतु सजग एवं जागरूक रहें।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम श्रुति शर्मा ने चौपाल को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की यह प्राथमिकता है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे।
रतनपुरा, तरकुलवा व गढ़रामपुर में आयोजित न्यायालय एवं चौपाल कार्यक्रम में तहसीलदार देवरिया कृष्ण कुमार मिश्र, नायब तहसीलदार देवरिया शिवेन्द्र कुमार कौण्डिल्य, नायब तहसीलदार रामपुर कारखाना गंगाराम तथा नायब तहसीलदार गौरीबाजार रत्नेश की उपस्थिति रही।
वादकारियों की मौजूदगी में कुल तैंतालीस विवादित पत्रावलियों का निस्तारण किया गया। विगत तीन दिवसों में एक सौ पच्चीस विवादित प्रकरणों तथा पिछले सात दिनों में सात सौ अविवादित नामांतरण प्रकरणों का समाधान सुनिश्चित किया गया।
इसी क्रम में आयोजित चौपालों में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं। इनमें अविवादित वरासत के छह, पात्र गृहस्थी कार्ड के नौ, अन्त्योदय कार्ड के चार, प्रधानमंत्री आवास योजना के चार, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के छह, आर्थिक सहायता के चार, आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्रों के बारह, शौचालय योजना के ग्यारह तथा मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के दो प्रकरण शामिल रहे।
इसके अलावा नौ लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन, छह को विधवा पेंशन, पाँच को विकलांग प्रमाण पत्र तथा आठ को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए गए।






