सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।

अमृतपुर हादसा: छज्जा गिरने से घायल पांच बच्चों की हालत गंभीर, प्रशासन ने दिए जांच व सहायता के निर्देश

ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान फर्रुखाबाद | अमृतपुर – रविवार सुबह अमृतपुर थाना क्षेत्र के गांव हुसैनपुर हडाई में हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। एक कच्चे मकान का छज्जा अचानक गिरने से एक ही परिवार के पांच मासूम बच्चे मलबे में दबकर घायल

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Monday, August 4, 2025

ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान

फर्रुखाबाद | अमृतपुर – रविवार सुबह अमृतपुर थाना क्षेत्र के गांव हुसैनपुर हडाई में हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। एक कच्चे मकान का छज्जा अचानक गिरने से एक ही परिवार के पांच मासूम बच्चे मलबे में दबकर घायल हो गए। सभी बच्चों की उम्र 6 से 12 वर्ष के बीच है।हादसे के वक्त स्कूल जाने की तैयारी में थे बच्चे स्थानीय निवासी धनपाल, महीपाल और रघुपाल के परिवार के ये बच्चे सुबह घर के बाहर खड़े होकर सरकारी स्कूल अलाहदपुर भटौली जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी अचानक छज्जा गिर गया। तेज आवाज और चीख-पुकार सुनकर मौके पर दौड़े ग्रामीणों ने तत्काल मलबा हटाया और बच्चों को बाहर निकाला।घायलों के नाम इस प्रकार हैं:आराध्या (7 वर्ष) पुत्री धनपाल कुशल (6 वर्ष) पुत्र धनपाल
पालकी (12 वर्ष) पुत्री महीपाल, शाशि (10 वर्ष) पुत्री रघुपाल (पांचवे घायल का नाम समाचार लिखे जाने तक स्पष्ट नहीं हो सका) इलाज के लिए तीन चरणों में हुआ रेफर घायलों को पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमृतपुर, फिर सीएचसी राजेपुर लाया गया। वहां से डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल फर्रुखाबाद रेफर कर दिया गया।सीएचसी राजेपुर के डॉ. प्रमीत राजपूत ने बताया कि सभी बच्चों को सिर, पीठ और पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। कुछ बच्चों को सीटी स्कैन और विशेष निगरानी में रखा गया है।प्रशासन की तत्परता घटना की सूचना मिलते ही डीएम आशुतोष कुमार द्विवेदी और एसपी आरती सिंह तत्काल जिला अस्पताल पहुंचे और बच्चों का हालचाल जाना। अधिकारियों ने अस्पताल प्रशासन को सभी घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। साथ ही, तहसील प्रशासन को गांव पहुंचकर मकान के मलबे की जांच, राहत मुआवजे और मकान की स्थिति का मूल्यांकन करने के निर्देश भी दिए।स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों की मांग ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कई और पुराने मकान जर्जर हालत में हैं। उन्होंने प्रशासन से सर्वे कराकर जर्जर मकानों को चिन्हित कर मरम्मत अथवा पुनर्निर्माण के लिए योजना बनाने की मांग की है।प्रधान प्रतिनिधि ने बच्चों के इलाज में हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।स्थिति नियंत्रण में, पर चिंता बनी हुई है।फिलहाल सभी बच्चे लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में हैं। हादसे ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में मकानों की सुरक्षा, स्कूल जाते बच्चों की निगरानी, और आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।प्रशासनिक अधिकारियों ने इस घटना को गंभीर मानते हुए सभी तहसीलों को निर्देश दिए हैं कि बरसात के मौसम में जर्जर भवनों की सूची तैयार की जाए और जरूरतमंदों को तत्काल लाभकारी योजनाओं से जोड़ा जाए।

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