नरेन्द्र मोदी 20-21 दिसंबर को असम का दौरा करेंगे - राष्ट्रपति ने हैदराबाद में लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया - क्रेन की चैन टूटने से नीचे दबकर एक वाहन चालक की हुई मौत - उपजिलाधिकारी मुसाफिरखाना ने रैन बसेरा एवं अलाव व्यवस्थाओं का किया रात्रिकालीन निरीक्षण। - केंद्र सरकार द्वारा ईडी व सीबीआई के दुरूपयोग पर कांग्रेस पार्टी ने किया कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शननरेन्द्र मोदी 20-21 दिसंबर को असम का दौरा करेंगे - राष्ट्रपति ने हैदराबाद में लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया - क्रेन की चैन टूटने से नीचे दबकर एक वाहन चालक की हुई मौत - उपजिलाधिकारी मुसाफिरखाना ने रैन बसेरा एवं अलाव व्यवस्थाओं का किया रात्रिकालीन निरीक्षण। - केंद्र सरकार द्वारा ईडी व सीबीआई के दुरूपयोग पर कांग्रेस पार्टी ने किया कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन

चाँदा बाजार की नालियों में बह रहा सिस्टम! नेशनल हाईवे किनारे गंदगी का अंबार,, प्रधान खामोश

सुल्तानपुर रिपोर्ट-मनोज कुमार सुल्तानपुर । जनपद के चाँदा बाजार स्थित नेशनल हाईवे किनारे बनी नालियां पूरी तरह जाम हो चुकी हैं। महीनों से न तो इनकी सफाई हुई है और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी य ग्राम प्रधान मौके पर दिखाई दिया है। बारिश में ये नालियां

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Wednesday, November 5, 2025

सुल्तानपुर रिपोर्ट-मनोज कुमार

सुल्तानपुर । जनपद के चाँदा बाजार स्थित नेशनल हाईवे किनारे बनी नालियां पूरी तरह जाम हो चुकी हैं। महीनों से न तो इनकी सफाई हुई है और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी य ग्राम प्रधान मौके पर दिखाई दिया है। बारिश में ये नालियां उफान मारने लगती हैं और गंदा पानी सड़कों पर बहता है,जिससे आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों का कहना है कि हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, लेकिन प्रधान जी मौन साधे हुए हैं। न कोई निरीक्षण, न सफाई और न ही कोई जवाब देही।जनता का प्रधान से सीधा सवाल-क्या सफाई सिर्फ फोटो खिंचवाने और सोशल मीडिया तक सीमित रह गई है क्या हाईवे के किनारे की बदबूदार नालियों को देखकर भी आपको शर्म नहीं आती आपने कब आखिरी बार यहां झांक कर देखा था क्या जनता की सेहत और सफाई आपकी प्राथमिकता नहीं है।

जनता की मांग:तुरंत अभियान चलाकर नालियों की सफाई कराई जाए ग्राम प्रधान और सफाई विभाग की जिम्मेदारी तय हो नियमित निगरानी और सफाई शेड्यूल बनाया जाए अब सवाल यह है कि क्या प्रधान जी कुर्सी से उतरकर ज़मीन पर आएंगे या फिर जनता खुद जवाब लेना सीखेगी?

खबरें और भी

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले