अमेठी में चला अग्नि सचेतक प्रशिक्षण अभियान। - नवरात्रि का धमाका-जुल्मी सावरिया पर थिरकेगा देश - स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में अधिकारीयो कर्मचारियों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन - स्टार स्टूडियो18 लेकर आया भारत की सबसे मशहूर अदालत फ़्रेंचाइज़ी 'Jolly LLB 3' का धमाकेदार ट्रेलर - राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन ने विधार्थियो को मैडल पहनाकर किया सम्मानितअमेठी में चला अग्नि सचेतक प्रशिक्षण अभियान। - नवरात्रि का धमाका-जुल्मी सावरिया पर थिरकेगा देश - स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में अधिकारीयो कर्मचारियों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन - स्टार स्टूडियो18 लेकर आया भारत की सबसे मशहूर अदालत फ़्रेंचाइज़ी 'Jolly LLB 3' का धमाकेदार ट्रेलर - राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन ने विधार्थियो को मैडल पहनाकर किया सम्मानित

खंड विकास अधिकारी की तैनाती न होने पर भड़के प्रधान किया प्रदर्शन

खंड विकास अधिकारी की तैनाती के लिए जिलाधिकारी को भेजा पत्र।

EDITED BY: DAT ब्यूरो चीफ

UPDATED: Monday, September 8, 2025

पूरनपुर/पीलीभीत। खंड विकास अधिकारी की तैनाती न होने से पंचायत में कार्य करने में प्रधानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तैनाती न होने से नाराज प्रधानों ने ब्लॉक पहुंच कर विरोध जताकर खंड विकास अधिकारी की तैनाती कराए जाने की मांग की है।
पूरनपुर में खंड विकास अधिकारी की अभी तैनाती नही हुई है।

इस समय ब्लॉक का चार्ज उपजिलाधिकारी पूरनपुर
के पास है। राजनीतिक खींचतान में खंड विकास अधिकारी की तैनाती का मामला लटका हुआ है। शिरीष कुमार के जाने के बाद एक माह पहले शाहजहांपुर से आए बीडीओ सर्वेश कुमार का दो दिन रुकने के बाद तबादला हो गया था। लेकिन अभी तक खंड विकास अधिकारी की तैनाती नहीं की गई है।

जिसके चलते सरकारी योजनाएं के अलावा ग्राम पंचायत में होने वाले कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही लोगों व ग्राम प्रधानों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलाबा विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे है। प्रधानों का कहना है कि चुनाव में कुछ ही महीने बचे हुए है।

कई कार्य अभी कराए जाने हैं। तो कई कार्य लटके हुए है। सोमवार को बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान खंड विकास कार्यालय पहुंचे और उन्होंने नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी को पत्र भेजकर पूरनपुर में जल्द ही खंड विकास अधिकारी की तैनाती की मांग की है।जिससे रुके हुए विकास कार्य को गति मिल सके। इस दौरान कई दर्जनों ग्राम प्रधान मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले