सुशील गौतम अयोध्या टाइम्स
गाजियाबाद।उत्तर प्रदेश के समस्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों प्रोफेसरों एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के द्वारा प्रोटान शिक्षक संघ सम्बद्ध राष्ट्रीय मूलनिवासी बहुजन कर्मचारी संघ के तत्वावधान में 30 जुलाई 2025 को राज्यव्यापी काली पट्टी बांधकर भूख हड़ताल आंदोलन किया, यह आंदोलन संविधान के अनुच्छेद 19 एवं ट्रेड यूनियन एक्ट 1926 में प्रदत्त मौलिक अधिकारों के तहत अनूशासित शांतिपूर्ण ढंग से शिक्षण कार्य करते हुए मांग किया कि “स्कूल पेयरिंग एवं मर्जिंग प्रक्रिया के अंतर्गत बंद किए गए प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को पुनः यथावत संचालित किया जाए।”संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो.(डा.) मनोज कुमार के अनुसार, उक्त प्रक्रिया के माध्यम से राज्य में अब तक 10,827 विद्यालयों को बंद किया जा चुका है, जिससे न केवल शिक्षकों का स्थानांतरण एवं नियुक्ति प्रभावित हुई है, बल्कि ग्रामीण एवं वंचित बच्चों की शिक्षा भी गंभीर रूप से बाधित हुई है।प्रोटान शिक्षक संघ के प्रदेश प्रधान महासचिव विजय कुमार भारती ने यह स्पष्ट किया कि “शिक्षकगण 30 जुलाई को अन्न-जल त्याग कर, हाथों में काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण ढंग से शिक्षण कार्य करते हुए इस आंदोलन में भाग लिए। हमारा उद्देश्य किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि शिक्षकों एवं बच्चों का भविष्य सुरक्षित रखना है। बंद विद्यालयों को फिर से खोलना ही हमारी प्रमुख मांग है।”संघ ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि वह शिक्षक समाज की इस संवेदनशील एवं न्यायोचित मांग पर शीघ्र विचार करे एवं सभी बंद विद्यालयों को पुनः संचालित करने की प्रक्रिया प्रारंभ करे,यदि मांग पूर्ण नहीं हुई तो संगठन 20 अगस्त 2025 को रोष मार्च निकालते हुए प्रत्येक जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इस आंदोलन में उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों के बहुत से शिक्षकों ने हिस्सा लिया।
बन्द विद्यालयों को पुन खोलने के लिए प्रोटान शिक्षक संघ ने काली पट्टी बांधकर करके भूख हड़ताल आंदोलन किया
सुशील गौतम अयोध्या टाइम्सगाजियाबाद।उत्तर प्रदेश के समस्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों प्रोफेसरों एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के द्वारा प्रोटान शिक्षक संघ सम्बद्ध राष्ट्रीय मूलनिवासी बहुजन कर्मचारी संघ के तत्वावधान में 30 जुलाई 2025 को राज्यव्यापी काली पट्टी बांधकर भूख हड़ताल आंदोलन किया, यह आंदोलन संविधान के अनुच्छेद