ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान फर्रूखाबाद
राजेपुर जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से तटीय और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। इसी को लेकर अमृतपुर के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण शुरू किया। इस क्रम में वह आज दोपहर सबलपुर गांव पहुँचे और वहाँ के हालात का जायजा लिया।
एसडीएम ने गाँव की गलियों, खेतों और बाढ़ग्रस्त इलाकों में पानी भराव की स्थिति का निरीक्षण किया। ग्रामीणों से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं को सुना। कई ग्रामीणों ने बताया कि गांव के रास्तों में गुटनों तक पानी भरा है, जिससे आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है। वहीं कुछ इलाकों में मवेशियों के लिए चारे और पीने के पानी की भी दिक्कत है।
राहत कार्यों की समीक्षा: एसडीएम ने राजस्व, आपदा प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग की टीमों को मौके पर तैनात करने और राहत सामग्री तेजी से वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और जरूरतमंदों तक हर संभव सहायता पहुँचाई जाएगी।
स्थानीय लोगों की मांगें: गाँव के लोगों ने एसडीएम से नावों की व्यवस्था, सामुदायिक रसोई, प्राथमिक चिकित्सा शिविर और जल निकासी के लिए विशेष व्यवस्था की मांग की। महिलाओं ने बच्चों की दवाइयों और पीने के साफ पानी की कमी की बात भी रखी।
प्रशासन का आश्वासन: एसडीएम ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन उनके साथ खड़ा है। उन्होंने बताया कि यदि जलस्तर बढ़ता है, तो सुरक्षित स्थानों पर आश्रय स्थल भी तैयार किए जा चुके हैं। साथ ही पशुओं के लिए चारा केंद्र की व्यवस्था भी जल्द की जाएगी।
स्थिति गंभीर पर नियंत्रण में: गंगा किनारे बसे गांवों में स्थिति गंभीर होती जा रही है, लेकिन प्रशासनिक निगरानी और राहत व्यवस्था के चलते हालात नियंत्रण में हैं। हर दिन जलस्तर की निगरानी की जा रही है और संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।