
-नहीं सुनी मांगें तो होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल
( दैनिक अयोध्या टाइम्स)
बरेली । उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग की ओर से लगातार खाद, बीज और कीटनाशकों के व्यापारियों पर की जा रही छापेमारी और कार्रवाई को लेकर विरोध तेज हो गया है। व्यापारी संगठनों का कहना है कि विभाग द्वारा बिना किसी ठोस आधार के लाइसेंस निलंबन और ईसीए एक्ट के तहत 3/7 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, जिससे पूरे प्रदेश में दहशत का माहौल है।
बरेली समेत पूरे प्रदेश में आज कृषि आदान व्यापारियों ने एक दिन की सांकेतिक बंदी कर विरोध दर्ज कराया। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपते हुए मांग की कि कृषि विभाग की मनमानी कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। व्यापारियों ने चेताया कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं जिससे खरीफ सीजन में किसानों को खाद-बीज मिलने में परेशानी हो सकती है। व्यापारियों का आरोप है कि यूरिया पर जबरन टैगिंग कर 30 से लेकर 40% तक अन्य उत्पाद थोपे जा रहे हैं और रेट तय होने के बावजूद उन्हें महंगा पड़ रहा है। वहीं, कंपनियां एफओआर की सुविधा नहीं दे रही हैं, जिससे ट्रांसपोर्ट और लोडिंग- अनलोडिंग का बोझ भी व्यापारियों पर ही आ रहा है।

कीटनाशकों को लेकर व्यापारियों ने कहा कि उत्पाद की गुणवत्ता की जिम्मेदारी निर्माता कंपनी की होनी चाहिए, न कि विक्रेता की, क्योंकि माल सीधा कंपनी से आता है और बिना किसी छेड़छाड़ के बेचा जाता है। इसके बावजूद कृषि विभाग लाइसेंस निलंबन और मुकदमे दर्ज कर रहा है।
बीज लाइसेंस को लेकर भी व्यापारियों ने कई तकनीकी परेशानियां गिनाईं और कहा कि बीज अधिनियम 1966 और बीज नियंत्रण आदेश 1983 में ऐसी सख्ती का कोई प्रावधान नहीं है, फिर भी व्यापारियों को अनावश्यक दबाव में रखा जा रहा है।
व्यापारियों ने स्पष्ट कहा कि वे सरकार और किसानों के साथ हैं लेकिन उनके साथ की जा रही ज्यादतियों पर तत्काल रोक लगे। यदि जल्द उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वे प्रदेश भर में अपने लाइसेंस समर्पण कर देंगे।
ज्ञापन देने बालों में शिवकुमार अशोक कुमार अनमोल अग्रवाल, संजीत कुमार , शिवम, विकास गुप्ता , योगेन्द्र पटेल , धर्मवीर , विकास गुप्ता आदि मौजूद थे।