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क्षमा का दिव्य पाठ: हमला करते-करते बीच में ही रुककर भगवान गणेश ने तक्षक को भक्ति के मार्ग पर चलने की दी सीख

दिव्य करुणा के इस क्षण से तक्षक का हृदय परिवर्तन हो जाता है

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Wednesday, November 19, 2025

A divine lesson in forgiveness: Lord Ganesha paused mid-attack to teach Takshak the path of devotion.

आयुष गुप्ता संवाददाता मुंबई : सोनी सब अपने पौराणिक शो ‘गाथा शिव परिवार की – गणेश कार्तिकेय’ के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह दिव्य गाथा भगवान शिव (मोहित मलिक) और देवी पार्वती (श्रेनु पारिख) के पुत्रों – भगवान गणेश (एकांश कठरोतिया) और भगवान कार्तिकेय (सुभान खान) की कम प्रचलित कथाओं को सामने लाती है। यह शो पारंपरिक पौराणिक कथाओं से आगे बढ़कर इस दिव्य परिवार के रिश्तों, चुनौतियों और विजयों को भावनात्मक अंदाज़ में दिखाता है, जिसमें आध्यात्मिक उद्देश्य और हर घर से जुड़ने वाली भावनाओं का अनूठा संगम है।

आने वाले एपिसोड्स में नागलोक के शक्तिशाली राजा तक्षक (अमित पचौरी) अनजाने में मूषक राज की टक्कर से घायल हो जाते हैं, जिससे उनका क्रोध भड़क उठता है। अपमानित महसूस करते हुए वे भगवान गणेश पर प्रहार कर बैठते हैं। अहंकार से अंधे हुए तक्षक, गणेश जी की ओर आक्रमण करने के इरादे से बढ़ते हैं।

जैसे ही भगवान गणेश तक्षक के इस आक्रमण का सामना करने के लिए तैयार होते हैं, वे बीच वार में ही रुक जाते हैं और क्रोध के बजाय क्षमा का मार्ग चुनते हैं। दिव्य करुणा के इस क्षण से तक्षक का हृदय परिवर्तन हो जाता है। गणेश जी की अपार शक्ति और उससे भी अधिक करुणा को देखकर वे अपनी भूल समझ जाते हैं। पश्चाताप से भरकर तक्षक क्षमा मांगते हैं और सेवा का भाव व्यक्त करते हैं। भक्ति के इस प्रतीकात्मक दृश्य में तक्षक के भाई शेषनाग, भगवान गणेश के जनेऊ (पवित्र यज्ञोपवीत) बन जाते हैं, जो भगवान गणेश के पूर्ण दिव्य स्वरूप की यात्रा में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव का संकेत है।

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