सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।

गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई।

प्रभारी अनंतराम पालिया ने कार्यक्रम को लेकर गायत्री परिवार के आयोजकों की एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया।

EDITED BY: DAT ब्यूरो चीफ

UPDATED: Friday, September 12, 2025

रामगोपाल कुशवाहा ब्यूरो

पूरनपुर। चार दिवसीय नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ 29 सितम्बर से दो अक्टूबर तक शुरू कराने लिए गायत्री परिवार की ओर से कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने के लिए एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें दर्जनों गायत्री परिवार के आयोजक शामिल हुए।


अखिल विश्व गायत्री परिवार शांति कुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की तैयारी को लेकर गौशाला प्रभारी अनंतराम पालिया ने कार्यक्रम को लेकर गायत्री परिवार के आयोजकों की एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें सभी गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं को महायज्ञ की अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई और जरूरी दिशा निर्देश दिए।

सभी गायत्री परिवार के सदस्यों को समय से अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करने को कहा गया। उन्होंने बताया कि 21 सितम्बर को भव्य मोटरसाइकिल प्रचार यात्रा और 29 सितम्बर को भव्य कलश यात्रा गोमती स्थल माधोटांडा से निकाली जाएगी और कार्यक्रम की पूर्ण तैयारी को लेकर गोमती स्थल पर 25 सितम्बर को महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सभी आयोजकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी।

गोष्ठी में प्रधान आनन्द गिरि, नंदराम, वीरपाल सिंह पाल, लालता प्रसाद शास्त्री, सर्वजीत पाण्डेय, कौशल शर्मा, वीरेंद्र पाण्डेय, राम औतार कुशवाहा,महेश शर्मा, कढ़ेर सिंह, करन सिंह, मानसिंह, कमलेश सिंह, दोदराम, रामसनेही वर्मा, विजेंद्र द्विवेदी, छविनाथ आदि गायत्री परिजन के आयोजक मौजूद रहे।

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