आईपीएल 2026 की मिनी नीलामी में अमेठी के प्रशांत वीर ने रचा इतिहास, र - लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, 4 लोगों की दर्दनाक मौत - यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे का कहर, 17 मौते, 70 घायल - फारुख सईद ने सोनी सब के 'इत्ती सी खुशी' में राजनाथ वर्मा के रूप में एक प्रभावशाली उपस्थिति और बहु-स्तरीय गहनता लाई है - 69वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता कुराश का सहारनपुर में हुआ आगाजआईपीएल 2026 की मिनी नीलामी में अमेठी के प्रशांत वीर ने रचा इतिहास, र - लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, 4 लोगों की दर्दनाक मौत - यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे का कहर, 17 मौते, 70 घायल - फारुख सईद ने सोनी सब के 'इत्ती सी खुशी' में राजनाथ वर्मा के रूप में एक प्रभावशाली उपस्थिति और बहु-स्तरीय गहनता लाई है - 69वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता कुराश का सहारनपुर में हुआ आगाज

महिला हिंसा की रोकथाम के लिए कानूनों के प्रति जागरूकता जरूरी: डोगरा

महिलाओं की आवाज उठाने के लिए मीडिया की मुख्य भूमिका: तिवारी

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Tuesday, December 16, 2025

Awareness about laws is necessary to prevent violence against women: Dogra

सहारनपुर। वरिष्ठ पत्रकार व समाज सेवी भारत डोगरा ने कहा कि सरकार ने महिलाओं के हित में अनेक कानून बनाए है। इन कानूनों का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है। नई दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार व समाज सेवी भारत डोगरा आज सुल्तानपुर चिलकाना स्थित दिशा सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने समाज में व्याप्त नशा, दहेज, शादियो में अंधा धुंध खर्चे को खत्म करने पर बल देते हुए कहा कि गांवों में छोटी-छोटी कमेटियां बनाकर इन मुद्दों पर कार्य करने जरूरत है। उन्होंने समाज में हो रही हिंसा को समाप्त करने का भी आह्वान किया।
दिशा के संस्था के संस्थापक केएन तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि दिशा संस्था महिलाओ की हिंसा एवं जेंडर समानता के मुद्दे पर 42 वर्षों से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आवाज को समाज में उठाने के लिए मीडिया की मुख्य भूमिका रही है।

वरिष्ठ पत्रकार शाहिद जुबेरी ने कहा कि महिलाओं पर किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं होनी चाहिए। महिला हिंसा की रोकथाम एवं समाज में व्याप्त महिलाओं पर होने वाले भेदभाव को समाप्त करने में मीडिया की अहम भूमिका है। प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिला संयोजक व वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सोहल ने कहा कि महिलाओं पर होने वाली हिंसा समाज के हर वर्ग में मौजूद है, जिसको हमें मिल जुल कर रोकने की जरूरत है। उन्होंने समाज में शांति एवं भाई चारे को बनाने के लिए सबको एक साथ मिल जुलकर रहने की अपील की।

पत्रकार श्याम कुमार सैनी एवं धीरज चौधरी ने भी महिला हिंसा को खत्म करने व महिलाओं को शिक्षित करने हेतु आह्वान किया। वरिष्ठ कॉर्डिनेटर जाहनवी तिवारी ने कहा कि महिलाओं की बराबरी हेतु उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक रूप से भी सशक्त करने की जरूरत है। कार्यशाला को रेहाना अदीब, कार्यक्रम समन्वयक पी.राम, तसनीम एवं शाहीन प्रवीण आदि ने भी संबोधित किया।

इस दौरान अश्वनी रोहिला, राजेश पाल, धर्मेन्द्र अनमोल, करूण कांत, राकेश ठाकुर, शिवनंदन शर्मा, इंतजार बेग, जगपाल उपाध्याय, डॉ.विमल शर्मा, सुशील मोगा बबीता, सुरेशो, मुकेश, रजनीश, नीलम, बबीता वर्मा, अर्चना अरुण कुमार रियासत, हरिचन्द, गीता, सुमन उपा0, बलकेश, दीपक कुमार, कुन्ता, एवं मुकेश आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन तसनीम ने किया।

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले