सहारनपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रदीप नरवाल ने कहा कि दलितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों के वोट काटने की कोशिशों के खिलाफ कांग्रेस हर स्तर पर संघर्ष करेगी। वे शुक्रवार को सहारनपुर पहुंचे, जहां महानगर कांग्रेस कार्यालय में उन्होंने प्रेस से बातचीत की और बाद में चारों जनपदों के पदाधिकारियों के साथ एसआईआर मुद्दे पर रणनीति बैठक की।
उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और अब बिहार में ‘वोट चोरी’ के घटनाक्रम से चुनाव आयोग और भाजपा के असंवैधानिक गठबंधन की पोल खुल गई है। कहा कि चुनाव आयोग आज भाजपा के लिए “बिका हुआ मैच अंपायर” बन गया है, जिससे लोकतंत्र को सबसे बड़ा नुकसान हो रहा है।
प्रदीप नरवाल ने भाजपा पर एसआईआर के जरिए कमजोर वर्गों के वोट काटने का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ संघर्ष करेगी और गांधी-नेहरू के सिद्धांतों पर आगे बढ़ते हुए इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाएगी।
उन्होंने बिहार में मतदान से ठीक पहले महिलाओं के खातों में 10,000 रुपये भेजने को “वोट के बदले नोट” योजना बताया और कहा कि जिस प्रकार चुनाव आयोग ने इस पर चुप्पी साधी है, वह दोनों के गठजोड़ का प्रत्यक्ष संकेत है।बैठक में जिला अध्यक्ष संदीप सिंह राणा, महानगर अध्यक्ष मनीष त्यागी और प्रभारी दीपक कुमार ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता बूथ स्तर पर मजबूती से जुटकर भाजपा की वोट चोरी की कोशिशें नाकाम करेंगे।
कार्यक्रम में विभिन्न जिलों के पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें आरिफ अब्दुल्ला, सतपाल कटारिया, सुबोध शर्मा, डॉक्टर मुर्तजा सलमानी, बिल्किस चौधरी, काज़ी गुफरान, महफूज राणा, सतीश सहरावत, गौरव भाटी, सैयद रेहानुद्दीन, कामिल कुरैशी, इमरान सैफी, ओमप्रकाश शर्मा, बाबू खान, नवनीत भारद्वाज सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।






