मंडली बैठक में बसपा के पदाधिकारी ने अब्दुल मन्नान को दिलाई बसपा की सदस्यता - क्षेत्र को अंधेरे से उजाले में बदलने का कार्य किए : पारसनाथ यादव - सड़क हादसा में एक ही सड़क पर बुझ गया तीन पीढ़ियों का चिराग, दादी बेटे और पोते की मौत - "लाइट्स, कैमरा, डेकोर"-दीपिका पादुकोण का शानदार स्क्रीन रिटर्न -  कुमार सानू–मधुश्री की जोड़ी ने रचा रोमांटिक माहौलमंडली बैठक में बसपा के पदाधिकारी ने अब्दुल मन्नान को दिलाई बसपा की सदस्यता - क्षेत्र को अंधेरे से उजाले में बदलने का कार्य किए : पारसनाथ यादव - सड़क हादसा में एक ही सड़क पर बुझ गया तीन पीढ़ियों का चिराग, दादी बेटे और पोते की मौत - "लाइट्स, कैमरा, डेकोर"-दीपिका पादुकोण का शानदार स्क्रीन रिटर्न -  कुमार सानू–मधुश्री की जोड़ी ने रचा रोमांटिक माहौल

विभिन्न योजनाओं की प्रगति में सुधार न होने से एडीओ (पं०) का रुका जुलाई माह का वेतन

दैनिक अयोध्या टाइम/अभिषेक शुक्लाबढ़नी/ सिद्धार्थनगर। बढ़नी। इन दिनों बढ़नी ब्लॉक में सहायक विकास अधिकारी (पं०) के पद पर तैनात रामबिलास, खंड विकास अधिकारी बढ़नी के निशाने पर है। खण्ड विकास अधिकारी अनिशि मणि पाण्डेय ने जिला पंचायत राज अधिकारी सिद्धार्थनगर को पत्र लिख इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Thursday, August 7, 2025

दैनिक अयोध्या टाइम/अभिषेक शुक्ला
बढ़नी/ सिद्धार्थनगर।

बढ़नी। इन दिनों बढ़नी ब्लॉक में सहायक विकास अधिकारी (पं०) के पद पर तैनात रामबिलास, खंड विकास अधिकारी बढ़नी के निशाने पर है। खण्ड विकास अधिकारी अनिशि मणि पाण्डेय ने जिला पंचायत राज अधिकारी सिद्धार्थनगर को पत्र लिख इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग के साथ स्पष्टीकरण भी मांगा है।आरोप है कि पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं जैसे राज्य वित्त/पंचम वित्त में व्यय की स्थिति, जनपद में विकास खण्ड की सबसे खराब है, इसी प्रकार फैमिली आई०डी०, की प्रगति, संचारी रोग की रोकथाम हेतु जारी रोस्टर के अनुसार ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई नहीं हो रहा है। साथ ही पंचायतीराज विभाग की अन्य योजनाओं में भी विकास खण्ड की प्रगति सबसे खराब है। उक्त के अतिरिक्त अधोहस्ताक्षरी द्वारा सौपें गये कार्यो का समस से अनुपालन नहीं किया जाता है। आरोप यह भी है कि एडीओ पंचायत बढ़नी द्वारा शासन द्वारा संचालित योजनाओं में रूचि नहीं ली जा रही है तथा इनके अधीन कर्मचारियों, पंचायत सहायक, ग्राम पंचायत सचिवों पर अंकुश नहीं है। उक्त योजनाओं में विकास खण्ड की प्रगति खराब होने के कारण उनका माह जुलाई-2025 का वेतन रोक दिया गया है। आरोप यह भी है कि इनके द्वारा शासकीय कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही है जिस कारण से पंचम राज्य वित्त आयोग में 0.185 करोड़ रूपये व 15वें वित्त आयोग में 0.179 करोड़ रूपये अभी भी व्यय हेतु ग्राम पंचायतों में अवशेष है। खण्ड विकास अधिकारी ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का हवाला देकर इनके स्थानान्तरण की बात कहीं है।
…..अब सवाल यह है कि ग्राम पंचायत में होने वाले विकास कार्य के सापेक्ष जो भुगतान होता है, उसके स्पष्ट जिम्मेदारी किसकी है? क्या सचिव, ग्राम प्रधान के साथ एडीओ पंचायत भी जिम्मेदार और जवाबदेह है? सवाल यह भी है कि अगर जनपद में ब्लॉक की स्थिति सबसे खराब है तो क्या केवल एडीओ पंचायत ही जवाब देह है खंड विकास अधिकारी की जवाबदेही नहीं बनती है?
आरोप की पुष्टि के लिए जब एडीओ पंचायत रामविलास से उनके मोबाइल नंबर पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर भुगतान की जिम्मेदारी सचिव और संबंधित ग्राम प्रधान की होती है। अवशेष धनराशि के भुगतान के लिए संबंधित को निर्देश दिया गया है तो वही फैमिली आईडी के आरोप पर बताया कि फैमिली आईडी बनाने के लिए संबंधित सचिव को निर्देशित किया गया है और उन्होंने प्रधानमंत्री आवास के सर्वे संदर्भ में कहा कि प्रधानमंत्री आवास सर्वे का कार्य पूरा कर दिया गया है तो वहीं मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों से प्राप्त करने के लिए जब जिला पंचायत राज अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो उनका नंबर नहीं उठा।

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