
जलालाबाद शामली फैसल मलिक तहसील संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स जनपंद शामली।
जलालाबाद के अतिशय क्षेत्र में निर्मला यतन नानौता से मंगल विहार करते हुए आचार्य श्री 108 नयन सागर महाराज ने मंगल प्रवेश किया। टोल प्लाजा से जैन श्रद्धालु, जैन धर्म , आचार्य निर्मल सागर महाराज, आचार्य श्री 108 नयन सागर महाराज के जयकारे लगाते प्राचीन शिव-हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां पर आचार्य श्री 108 नयन सागर महाराज के मंगल प्रवेश पर प्राचीन शिव हनुमान मंदिर कमेटी से जुड़े डाक्टर सुभाष पाल, दीपक पाल, बंटी कश्यप, पूर्व सभासद जनेश्वर सैनी ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। बैंड बाजे के भजनों की धुन पर जैन श्रद्धालु मोती बाजार से होते अतिशय क्षेत्र स्थित प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर पहुंचे। यहां पर आचार्य श्री 108 नयन सागर महाराज ने भगवान पार्श्वनाथ, नेमिनाथ, अन्य प्राचीन मूर्तियों के दर्शन किए। उनके सानिध्य में शांति धारा, अभिषेक पाठ आयोजित किया गया। इस विधान के पश्चात मंगल प्रवचन में आचार्य श्री 108 में नयन सागर महाराज ने बड़ौत, नानौता, सहारनपुर, शामली, दिल्ली से पहुंचे श्रद्धालुओं को बताया कि भगवान पारसनाथ के दर्शन मात्र से जन्मों से संचित पाप समाप्त हो जाते हैं। भगवान के दर्शन , आराधना मात्र से हमारे कष्ट दूर होते हैं। मानव को सम्यक पुरुषार्थ करना चाहिए। सम्यक पुरुषार्थ से धर्म में मानव का भविष्य सुरक्षित होता है। सरलता से प्राप्त वस्तु का हम मूल्य नहीं जानते हैं। आसानी से जो वस्तु हमें प्राप्त नहीं होती है। उसका मूल्य हम जान जाते हैं। इसलिए धर्म का चिंतन करना चाहिए। दोपहर बाद भक्तामर पाठ, 48 कवियों से 48 दीप श्रावकों द्वारा प्रज्वलित किए गए। मंदिर में प्रत्येक श्रद्धाल ने एक दीप प्रज्वलित किया । दीप अर्चन के पश्चात मंगल आरती की गई। शाम में आचार्य श्री 108 ने शामली के लिए मंगल विहार किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुशील कुमार जैन, पंडित सनत कुमार जैन, सतीश जैन, अर्पण जैन, राजेश सैनी, प्रशांत जैन, देव कुमार जैन, सौरभ जैन, अन्य का सहयोग रहा।