
जलालाबाद शामली फैसल मलिक तहसील संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स जनपंद शामली।
जलालाबाद के इमाम बारगाह कल्लू शाह में मजलिस आयोजित की गई। यहां से ताजियों के साथ जुलूस आयोजित किया गया। मौलाना सैयद फैज अली की अगुवाई में जुलूस में शामिल शिया सोगवार नीलगरान चौक पहुंचे। यहां पर शिया सोगवारों ने सीना जनी ,मातम पुर्सी की। हजरत इमाम हुसैन व कर्बला में उनके 72 साथियों की शहादत को जंजीरों से लहूलुहान हो गए। मौलाना सैयद फैज अली ने बताया कि जालिम यजीद ने हजरत अली, हजरत इमाम हुसैन व इस्लाम के मानने वालों पर जुल्म, अत्याचार करके अपने अधीन बनाना चाहा। परंतु हजरत इमाम हुसैन ने धर्म की राह पर चलते यजीद का विरोध किया। हजरत इमाम हुसैन, साथियों के साथ कर्बला चले गए। यहां पर यजीद की जुल्मी सैनिक पहुंच गए। कर्बला में यजीद के सैनिकों व हजरत इमाम हुसैन,उनके 72 साथियों के साथ युद्ध हुआ। जालिम यजीद ने बरात नदी का पानी रोक दिया। हजरत इमाम हुसैन व साथी कर्बला में मुकाबला करते हुए शहीद हो गए। मोहर्रम की दसवीं तारीख पर बच्चे की पानी की प्यास बुझाने के लिए गए इमाम हुसैन पर हमला कर दिया। इमाम हुसैन धर्म की राह में बलिदान हो गए। इस पूरे वाक्या को सुनकर शिया सोगवार फूट- फूट रोए। जुलूस कटहरा बाजार से होता, दरबार शरीफ पहुंचा। यहां पर गुलाम नबी के आवास पर जुलजुनाह बरामद कर मातम किया गया। जुलूस इमाम बारगाह मुस्तजा बाई पहुंचा । यहां पर जियारत कर ताजिए दफन कर, जुलूस का समापन किया गया। शमीम हुसैन, नाजिम जैदी सैयद एजाज हुसैन, रियाज हुसैन, सोनू, मोहम्मद हाशिम, राशिद हुसैन, अन्य रहे।