सहारनपुर। आईटीसी मिशन सुनहरा कल के अंतर्गत संचालित “पोषण भी, पढ़ाई भी” मुहिम के तहत वाश इंस्टिट्यूट, IGD तथा प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों के नव-निर्माण एवं समग्र विकास हेतु किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी पमिश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा को एकीकृत रूप से मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने इन संस्थाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम की शुरुआत सर्किट हाउस में हुई, जहाँ लगभग 300 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी सहायिकाओं के साथ उपस्थित रहीं। सभी ने मिलकर बेबी रानी मौर्य का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिकाएं भी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में गोद भराई रस्म के तहत पाँच गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की गई और अन्न प्राशन कार्यक्रम में छह माह से ऊपर के बच्चों को बेबी रानी मौर्य जी ने स्वयं खीर खिलाकर अन्नप्राशन की रस्म पूरी की। बाद में वे आंगनबाड़ी केंद्र मावी कलां पहुँची, जहाँ नन्ही बालिकाओं ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इस हृदयस्पर्शी स्वागत से भावविभोर होकर उन्होंने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का संदेश दिया।
यहाँ उन्होंने फीता काटकर नए आंगनबाड़ी भवन का उद्घाटन एवं लोकार्पण किया। भवन का निरीक्षण करते हुए उन्होंने आईटीसी मिशन सुनहरा कल के अंतर्गत हो रहे कार्यों की सराहना की और कहा, “यही होता है आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र। ऐसा ही होना चाहिए हर गाँव का आंगनबाड़ी केंद्र।” इसके साथ ही उन्होंने आंगनबाड़ी परिसर में पोषण वाटिका स्थापित करने का भी आग्रह किया ताकि बच्चों को पोषण संबंधी ज्ञान व्यवहारिक रूप में मिल सके।
इस अवसर पर आईटीसी से महाप्रबंधक संदीप शर्मा, पमिश कुमार, रिया गुप्ता, प्रकाश जी, CDPO ऋचित सिंघल, पंकज, तथा बेसिक शिक्षा विभाग से BEO बलियाखेड़ी सुरेश त्यागी उपस्थित रहे। वाश इंस्टिट्यूट से अंकित कुमार सिंह एवं उनकी टीम ने भी सक्रिय भागीदारी की।





