नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के डेडियापाड़ा में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम को किया संबोधित - अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए - जनजातीय शौर्य की शान: धरती आबा, बिरसा मुंडा भगवान - लिटिल पब्लिक स्कूल में धूमधाम से मनाया गया चिल्ड्रंस डे -  उप मुख्यमंत्री ने की जनपद में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकनरेन्द्र मोदी ने गुजरात के डेडियापाड़ा में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम को किया संबोधित - अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए - जनजातीय शौर्य की शान: धरती आबा, बिरसा मुंडा भगवान - लिटिल पब्लिक स्कूल में धूमधाम से मनाया गया चिल्ड्रंस डे -  उप मुख्यमंत्री ने की जनपद में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक

नैय्या नाला मे डूबी हजार बीघे तो हंसवा ताल ने डुबो दी 500 बीघे जमीन

सोमेन्द्र पटेल महराजगंज रायबरेली । लगातार हो रही बारिश अब आफत बन चुकी है महराजगंज तहसील क्षेत्र के सैकड़ो किसानों की हजारों बीघे जमीन डूब चुकी है। धान लगी हुई जमीन डूबने से किसानों में हताशा और निराशा साफ देखी जा रही है विधायक श्याम सुंदर भारती

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Tuesday, October 14, 2025

सोमेन्द्र पटेल महराजगंज रायबरेली । लगातार हो रही बारिश अब आफत बन चुकी है महराजगंज तहसील क्षेत्र के सैकड़ो किसानों की हजारों बीघे जमीन डूब चुकी है। धान लगी हुई जमीन डूबने से किसानों में हताशा और निराशा साफ देखी जा रही है विधायक श्याम सुंदर भारती के गांव में भी बाढ़ का कहर जारी है और लगभग 500 से अधिक बीघे जमीन पानी में समाने की वजह से किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है ।

कैडंवा ठाकुरपुर गांव के लोगों ने बताया कि लगभग 4 से 5 ग्राम पंचायतों के किसानों की जमीन हसवा ताल में है वही ज्यादातर जमीन डूब चुकी है आलोक कुमार सत्येंद्र कुमार बैजनाथ आदि किसानों ने बताया कि धान लगी हुई जमीन डूबने की वजह से हम सभी के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है मऊ अचली कनशीपुर घेरा सहित अन्य कई गांव के किसान यहां धान की खेती करते हैं और हम सभी की भी जमीन डूब चुकी है।

लगभग 400 से 500 बीघा जमीन डूबी हुई है और अब यह धान लगी जमीन पूरी तरह से गल जाएगी जिससे हमारी लागत तथा आने वाले समय में हम लोगों ने जो भी सपना पाल रखे थे वह सब खत्म हो गए ।तो वहीं नाथगंज मजरे हलोर गांव के किसानों ने बताया कि नैय्या नाला के किनारे लगभग 10 ग्राम पंचायत स्थित है और नैय्या नाले के किनारे जितना भी धान था वह सब डूब गया है ।

कई वर्षों बाद इतनी बारिश होने की वजह से हम सभी किसान बर्बाद हो चुके हैं और अब खाने के भी लाले हैं। गंगा प्रसाद गुरु प्रसाद राम अवतार सज्जन रामावती राम हरख भरसरा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि पुरासी हलोर अलीपुर भरसरा राजापुर गनेशपुर सहित कई अन्य ग्राम पंचायत के लोगों के खेत नैय्या नाला किनारे हैं जो पूरी तरह से डूब चुके हैं लगभग हजार बीघे से अधिक जमीन डूब चुकी है ज्यादातर हम किसानों की जमीन डूब चुकी है और हम सभी के सामने अब आगे के कार्य कैसे हैं यह समस्या खड़ी हो चुकी है।

खबरें और भी

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले