रामगोपाल कशवाहा
पीलीभीत जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह की अध्यक्षता में दिनांक 17 सितम्बर 2025 से 02 अक्टूबर 25 (गांधी जयंती तक) ‘‘ स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान‘‘ के विषय पर जनपद स्तरीय अर्न्तवि भागीय समन्वय बैठक आयोजित की गयी। जिसमें जनपद स्तर से मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, प्रधानाचार्य, स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय पीलीभीत, प्रधानाचार्य, ललित हरि आयुर्वेदिक कालेज , जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (पुरूष/महिला चिकित्सालय, पीलीभीत) जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, आई0सी0डी0एस0, जिला पंचायत राज अधिकारी, क्षेत्रीय यूनानी अधिकारी, रेडक्रास सोसायटी के प्रतिनिधि एवं जनपद के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
उक्त बैठक में दिनांक 17 सितम्बर 2025 को जिला चिकित्सालय पीलीभीत में भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा एवं सभी सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 एवं आयुष्मान आरोग्य मन्दिर पर माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा अभियान के शुभारम्भ का सजीव प्रसारण जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जाएगा। दिनांक 17 सितम्बर 2025 से 02 अक्टूबर 2025 (गांधी जयंती तक) ‘‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान‘‘ के अन्तर्गत प्रतिदिन आयुष्मान आरोग्य मन्दिर पर सी0एच0ओ0 द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा।
ब्लाक स्तर के चिकित्सा इकाईयों पर स्वास्थ्य शिविर के अन्तर्गत विभिन्न बीमारियों के परीक्षण हेतु विभिन्न स्टाल जैसे मातृत्व स्वास्थ्य, नियमित टीकाकरण गैर संक्रामक रोगों का परीक्षण, नाक, कान गला एवं टी0वी0, पोषण से सम्बन्धित, परिवार नियोजन, मानसिक स्वास्थ्य से सम्बन्धित समस्त जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त कैंसर का परीक्षण विशेषज्ञों के द्वारा किया जाएगा। उक्त शिविरों में पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा, इसके साथ ही आभा आई0डी0 भी बनायी जाएगी।
जिलाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी, आई0सी0डी0एस0 को निर्देशित किया गया कि पोषण माह का आयोजन उक्त शिविरों में किया जाए एवं जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सभी बच्चों एवं शिक्षकों की ब्लड ग्रुप हेतु जांच कराकर रिकार्ड भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जाए। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि उक्त शिविरों में एलोपैथिक के साथ यूनानी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक के साथ साथ अन्य विधा के विशेषज्ञ चिकित्सक भी शिविर में रहकर चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार देगें।