रायबरेली ब्यूरो।। शुक्रवार को जिला कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन में जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया जिसमें प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की गई।पत्रकारों से बात करते हुए जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत आठ साल के योगी शासनकाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। अगर हम कहे कि उत्तर प्रदेश अपराध प्रदेश बन गया है, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
अपराधों की स्थिति को उजागर करते एनसीआरबी के आंकड़े
एन.सी.आर.बी. के आँकड़ो के अनुसार उ.प्र. में महिलाओं और दलितों के खिलाफ अपराध सबसे ज्यादा हो रहे है। पूरे देश में महिलाओं के प्रति जितने अपराध हो रहे है, उसका 15 प्रतिशत अकेले उ.प्र. में होते है। पूरे प्रदेश का शायद ही कोई जनपद होगा जहां आये दिन कोई जघन्य अपराध न होता हो। इतना ही नहीं जो सामाजिक अपराध खत्म से हो गये थे |
वह भाजपा के शासन काल में फिर से होने लगे है, जैसे दलितों पर हमला, उन्हें घोड़ी पर न चढ़ने देना और तो और अब दबंग उन्हें अपने इलाकों से निकलने देना भी नहीं चाहते। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है, अपराधियों में कानून का डर खत्म सा हो गया है। शमर्नाक स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री जी जाति और धर्म देखकर अपराधियों की पहचान करते है।
जुलाई व अगस्त में हुई प्रमुख घटनाएँ
पिछले जुलाई व अगस्त 2025 महीने की अगर बात करे तो हमारे जनपद में निम्न बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई है, जैसे:-
दिनांक 9 जुलाई को लालगंज-गंगापुर बरस गांव के निवासी कमलेश कुमार को विदेश में नौकरी के नाम पर 21 लाख रुपये में दूरिस्ट वीजा थमाकर ठगी की।
दिनांक 12 जुलाई लालगंज-पूरे जालिम मजरे गौरा रुपई गांव के पास युवक सूरज कोरी निवासी उन्नाव, ग्राम तेज सिंह खेड़ा थाना बारा सगवर का सुनसान बाग में शव लटका हुआ मिला। हत्या की आशंका।
दिनांक 13 जुलाई को सतांव-गुरूबक्सगंज के गन्ना कांटा मैदान के पास बन रहे मकान में मिला छात्रा का शव-हत्या की आशंका।
दिनांक 20 जुलाई को शिवगढ़-मसंद खेड़ा मजरे असहन जगतपुर में चोरो ने राम लौटन की नकब काटकर 5 हजार नगदी समेत 1 लाख के आभूषण पार किए।
दिनांक 22 जुलाई को बछरावांव-इसिया गांव में सुनील के यहां 20 लाख की लूट और सतांव गुरूबक्सगंज थाने से महज 2 कि.मी. दूर गढ़ी दुलाराय गांव निवासी उमा देवी को मुंह दबाकर जान से मारने की धमकी देकर 3 लाख के आभूषण की लूट।
दिनांक 25 जुलाई को डलमऊ में राकेेश कुमार अवस्थी और बच्चन द्विवेदी निवासी भीटी गांव के यहां से आभूषण समेत 40 लाख की चोरी।
दिनांक 27 जुलाई को परसदेपुर-सिटकहिया गांव के रामदेव यादव और अनीता के घरों से 20 लाख के जेवरात की चोरी।
दिनांक 29 जुलाई को लालगंज कोतवाली गांधी चैराहे स्थित संत नगर मोहल्ले के पंकज गुप्ता के दुकान और बेहटा निवासी अुरूण शंकर मिश्रा की दुकान से शटर तोड़कर चोरी।
30 जुलाई को खीरो-खाण्डेपुर निवासी सरार्फ सिद्धेश्वर सोनी से गंगा एक्सप्रेसवे ओवर ब्रिज के पास बदमशों ने मार-पीटकर डेढ़ लाख रुपये व मोबाइल छीन लिया।
दिनांक 1 अगस्त को ऊंचाहार-एन.टी.पी.सी. व रिलायंस कम्पनी के ठेकेदार सहदेव ठाकुर के मकान से 25 लाख के जेवरात और रिवाल्वर की चोरी।
दिनांक 15 अगस्त को आजादी के पवर् के दिन हरचन्दपुर बाजार में दिन दहाड़े गोलियां चली, जिसमें कई लोग घायल हुए।
थाना खीरो में महरानीगंज के व्यापरी की हत्या हुई थी, वहीं दलित महिला की हुई।
दिनांक 17 अगस्त को बछरावां थाना के अन्तगर्त नाबालिग लड़की के साथ दुराचार किया गया।
दिनांक 18 अगस्त को सेमरी में मोबाइल की दुकान के मालिक की हत्या हुई।
उक्त घटनाएं यह बात स्पष्ट करती है कि उ.प्र. में कानून का राज्य खत्म हो चुका है तथा अपराध और अराजकता का राज कायम है। हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर उनके इस्तीफे की मांग करते है।







