हरिओम द्विवेदी संवाददाता। गुरुवार कनाडा में गूंजा ‘जय श्रीराम’! मिसीसॉगा में स्थापित हुई उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची राम प्रतिमा
कनाडा के मिसीसॉगा शहर में रविवार को हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में भगवान राम की उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची प्रतिमा का भव्य अनावरण हुआ। यह 51 फीट ऊंची प्रतिमा (जिसमें आधार और भविष्य में लगने वाली छत्र संरचना शामिल नहीं है) अब ओंटारियो के हिंदू विरासत केंद्र में स्थापित है और यह उत्तर अमेरिका की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का नया प्रतीक बन गई है।
4 साल में बना, दिल्ली में हुआ था निर्माण यह विशालकाय प्रतिमा भारत के अयोध्या में बने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर से प्रेरित है। इसे दिल्ली में फाइबरग्लास और मजबूत स्टील स्ट्रक्चर से तैयार किया गया है ताकि यह कनाडा की कठोर सर्दियों और 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज़ हवाओं का सामना कर सके। हिंदू हेरिटेज सेंटर के संस्थापक आचार्य सुरिंदर शर्मा शास्त्री ने इसे “समुदाय के लिए एक आध्यात्मिक उपहार” बताया।
यह स्थान टोरंटो से मात्र 30 मिनट की दूरी पर है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट एवं हाईवे के जरिए आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस नई प्रतिमा के अनावरण के साथ, कनाडा में बसे हिन्दू समुदाय को एक और गौरवशाली सांस्कृतिक स्थल मिला है. यहां पहले से ही बएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर (टोरंटो), रिचमंड हिल हिन्दू मंदिर (ओंटारियो), और हिन्दू सभा मंदिर (ब्रैम्पटन) जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जो अपनी भव्यता, त्योहारों और धार्मिक आयोजनों के लिए प्रसिद्ध हैं।अब यह 51 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा कनाडा और पूरे उत्तरी अमेरिका से श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगी।







