सोमेंद्र पटेल, महराजगंज रायबरेली। मौजूदा भाजपा सरकार जहां सौर ऊर्जा को बढ़ावा देती है और तमाम तरह की योजनाएं चलाकर सौर ऊर्जा पर बल देती है। वही चन्दापुर मे करोड़ों रुपए की लागत से बना हुआ मिनी ग्रिड सोलर पावर प्लांट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। समाजवादी पार्टी की सरकार में बछरावां विधानसभा के विधायक रामलाल अकेला के समय 2016-17 मे चन्दापुर राजा के प्रयासों से सोलर पावर प्लांट लगाया गया था।
जिसका काम था पूरी ग्राम पंचायत को सौर ऊर्जा द्वारा बिजली सप्लाई करना तथा ग्राम पंचायत के कुछ किसानों ने बताया कि हम सभी छोटे-छोटे नलकूप लगाकर सिंचाई भी कर लेते थे और यह व्यवस्था पूरी तरह से फ्री थी और 24 घंटा हम सभी को बिजली मिल रही थी सोलर पावर प्लांट की क्षमता 230 किलो वाट थी तथा लाभान्वित आबादी 3290 थी और इस सोलर पावर प्लांट में चार करोड़ 95 लाख 65000 खर्च किए गए थे ।

जिसे गुड़गांव की एक कंपनी द्वारा इसका निर्माण किया गया था और पूरी ग्राम पंचायत में यह बिजली की समस्या को करीब करीब खत्म कर चुका था लेकिन पिछले दो वर्षों से मिनी ग्रिड सोलर पावर प्लांट नहीं चल रहा है जिसकी वजह से वो अब एक सफेद हाथी बनकर रह गया है। वही ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि इससे मिलने वाली बिजली पूरी तरह से फ्री थी और 24 घंटे रहा करती थी हम लोगों को बहुत आराम था लेकिन पिछले कुछ वर्षों से खराब हो गया जब इसकी खराबी के बारे में ऑपरेटर से जानकारी ली गई तो उसने बताया कि तकनीकी खामियों की वजह से यह खराब है।
क्या कहते हैं ऑपरेटर पुष्पेंद्र तकनीकी कमी के कारण पिछले 2 वर्षों से नहीं चल रहा है मैं छुट्टी पर घर गया हूं लौट कर आऊंगा तो आपको पूरी फाइल दिखाऊंगा तथा मुझे वेतन मिल रहा है लेकिन यह पिछले 2 वर्षों से नहीं चल रहा है।
पूरी ग्राम पंचायत से बिजली की समस्या खत्म करने वाले मिनी ग्रिड सोलर पावर प्लांट के बंद होने से चन्दापुर वासियों में निराशा भी देखी जाती है कि पहले हम सभी को मुफ्त में सौर ऊर्जा से बिजली मिल जाया करती थी अब तो पैसा देना पड़ता।







