
दैनिक अयोध्या टाइम्स तहसील प्रभारी वसीम वारसी एडवोकेट।
नगीना। अपनी मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारी और कार्यकर्ता तहसील नगीना पहुंचे। जहां सभी किसान अपनी मांगों को लेकर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन करने लगे। किसानों ने अपनी 09 सूत्रीय मांगों को लेकर एक मांग पत्र एसडीएम नगीना को सौंपा। एसडीएम नगीना द्वारा कार्रवाई के आश्वासन पर किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया।प्राप्त विवरण के अनुसार बुधवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर तहसील प्रांगण में धरना देकर बैठ गये। किसानों का आरोप था कि नगीना तहसील के कर्मचारी किसानों की समस्याओं को सुलझाने की बजाय उन्हें उलझा कर परेशान करने का काम कर रहे हैं। किसानों ने अपने 09 सूत्रीय मांग पत्र में आरोप लगाया कि विद्युत से संबंधित शिकायतों का निस्तारण जल्द से जल्द किया जाए, साथ ही तहसील के लेखपालों द्वारा किसानों से अवैध वसूली की जाती है उसे रोका जाए, ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग के नाम पर लोकल लोगों को परेशान ना किया जाये।आधार कार्ड बनवाने के नाम पर जो अवैध वसूली चल रही है उस पर तुरंत अंकुश लगाये जाने के साथ है ही बंद पड़े चक मार्गों को खुलवाया जाए, अंश निर्धारण में आ रही कमियों को दूर किया जाये, विरासत चढ़ाने के नाम पर किसानों का जो उत्पीड़न किया जा रहा है उस पर रोक लगाई जाये। ऐसी ही तमाम शिकायतों को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ता धरना देकर बैठ गये। उधर किसानों के बीच पहुंचे उपजिलाधिकारी आशुतोष जैसवाल ने किसानों की समस्याओं को सुना और उनका निस्तारण करने का आश्वासन दिया। उन्होंने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि हर पीड़ित तक न्याय पहुंचाना शासन प्रशासन की जिम्मेदारी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी डा अन्जनी कुमार चतुर्वेदी ने किसानों से कहा कि यदि आपकी समस्या जायज है तो उसका समाधान निश्चित रूप से करा दिया जाएगा आपकों दफ्तर के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के महेन्द्र सिंह प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित धरना प्रदर्शन में कुलदीप सिंह, दिनेश सिंह, वरिष्ठ कार्यकर्ता इमरान मलिक,राहुल चौधरी, मुनिंदर सिंह, चौधरी बलजीत सिंह, दिग्विजय सिंह, डॉ धर्मवीर सिंह चौहान, देवराज सिंह चौहान, आबिद मिर्जा, विवेक बालियान, नरदेव सिंह, रईसू प्रधान, गुर सेवक सिंह, निपेंद्र सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।