श्री नारायणमहायज्ञ एवं अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति की आवाज उठी - अधिवक्ता की पत्नी प्रेमी संग फरार,आहत अधिवक्ता ने खाया जहर, मौत - केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया राष्ट्रीय बीज निगम के अत्याधुनिक बीज प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन - ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी सैन्य उपकरणों के प्रभावी उपयोग ने भारत की क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाया: राजनाथ सिंह - मिशन शक्ति के तहत सरसावा पुलिस ने महिलाओं को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की दी सलाहश्री नारायणमहायज्ञ एवं अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति की आवाज उठी - अधिवक्ता की पत्नी प्रेमी संग फरार,आहत अधिवक्ता ने खाया जहर, मौत - केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया राष्ट्रीय बीज निगम के अत्याधुनिक बीज प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन - ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी सैन्य उपकरणों के प्रभावी उपयोग ने भारत की क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाया: राजनाथ सिंह - मिशन शक्ति के तहत सरसावा पुलिस ने महिलाओं को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की दी सलाह

पुरैना गांव में दो युवकों को चोर समझकर भीड़ ने पीटा

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता हैदर राजा नूरपुर। गांव पुरैना में सुबह अफवाह के चलते हिंसा का माहौल बन गया। दो युवकों को चोर समझकर ग्रामीणों ने बेरहमी से पीट डाला। हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को भीड़ से युवकों को बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।प्राप्त

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Thursday, July 31, 2025

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता हैदर राजा नूरपुर।

गांव पुरैना में सुबह अफवाह के चलते हिंसा का माहौल बन गया। दो युवकों को चोर समझकर ग्रामीणों ने बेरहमी से पीट डाला। हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को भीड़ से युवकों को बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।प्राप्त जानकारी के अनुसार, नूरपुर के मोहल्ला सैनीपुरम निवासी सोनू सैनी (20) और मोनू सैनी (19) किसी कार्यवश सुबह पुरैना गांव पहुंचे थे। स्थानीय लोगों को उन पर चोरी का संदेह हुआ, जिसके बाद देखते ही देखते भारी भीड़ एकत्र हो गई और दोनों युवकों पर हमला बोल दिया। पुरुषों और महिलाओं सहित सैकड़ों लोगों ने उन्हें लाठी-डंडों से पीटकर अधमरा कर दिया।घटना की सूचना मिलते ही नूरपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को संभालने का प्रयास किया। भीड़ के आक्रोश के चलते पुलिस को भी विरोध झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने पुलिस की सरकारी गाड़ी को घेर लिया और उसे आगे बढ़ने से रोकने लगे। स्थिति तनावपूर्ण हो गई, लेकिन पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए दोनों घायलों को किसी तरह भीड़ के कब्जे से छुड़ाया और प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा।अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बिजनौर के अनुसार, पीड़ित और हमला करने वाले अधिकांश लोग सैनी समुदाय से संबंधित हैं। फिलहाल गांव में स्थिति नियंत्रण में है और एहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया है। मामले की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है।यह घटना एक बार फिर इस बात की चेतावनी देती है कि अफवाहों के आधार पर भीड़ द्वारा कानून हाथ में लेना समाज के लिए कितना घातक हो सकता है। समय रहते पुलिस की हस्तक्षेप से एक बड़ी अनहोनी टली, लेकिन यह मामला ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था और जागरूकता की गंभीर कमी को उजागर करता है।

खबरें और भी

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले