नवरात्रि का धमाका-जुल्मी सावरिया पर थिरकेगा देश - स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में अधिकारीयो कर्मचारियों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन - स्टार स्टूडियो18 लेकर आया भारत की सबसे मशहूर अदालत फ़्रेंचाइज़ी 'Jolly LLB 3' का धमाकेदार ट्रेलर - राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन ने विधार्थियो को मैडल पहनाकर किया सम्मानित - प्रभारी सीएमएचओ पर मनमानी से सक्ती स्वास्थ्य विभाग की बिगड़ी नब्ज़नवरात्रि का धमाका-जुल्मी सावरिया पर थिरकेगा देश - स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में अधिकारीयो कर्मचारियों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन - स्टार स्टूडियो18 लेकर आया भारत की सबसे मशहूर अदालत फ़्रेंचाइज़ी 'Jolly LLB 3' का धमाकेदार ट्रेलर - राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन ने विधार्थियो को मैडल पहनाकर किया सम्मानित - प्रभारी सीएमएचओ पर मनमानी से सक्ती स्वास्थ्य विभाग की बिगड़ी नब्ज़

नहर में नहीं पानी, किसानों का फूटा गुस्सा सुहेलदेव समाज पार्टी का उग्र प्रदर्शन

धरने पर उतरे मंत्री के कार्यकर्ता, प्रशासन बना मूकदर्शक जल संकट पर गरमाई सियासत” ब्यूरों प्रभारी गिरजेश चौधरीदैनिक अयोध्या टाइम्स बस्ती बस्ती।भानपुर तहसील क्षेत्र के महनुआ चौराहे के समीप पकड़ी रजवाहा माइनर पर सुहेलदेव समाज पार्टी ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया। पार्टी के पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष प्रमोद

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Saturday, July 26, 2025

धरने पर उतरे मंत्री के कार्यकर्ता, प्रशासन बना मूकदर्शक जल संकट पर गरमाई सियासत”

ब्यूरों प्रभारी गिरजेश चौधरी
दैनिक अयोध्या टाइम्स बस्ती

बस्ती।भानपुर तहसील क्षेत्र के महनुआ चौराहे के समीप पकड़ी रजवाहा माइनर पर सुहेलदेव समाज पार्टी ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया। पार्टी के पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष प्रमोद चौधरी की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ता नहर में उतर गए और “नहर विभाग होश में आओ” जैसे नारों के साथ जोरदार विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया कि नहरों पर करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद उनमें एक बूंद पानी नहीं है, जिससे खेती पूरी तरह से चौपट हो रही है।धरने में किसान नहर के भीतर खड़े होकर विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उनका कहना है कि जब तक पानी नहीं छोड़ा जाएगा, प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रमोद चौधरी ने कहा—“ये सिर्फ नहर नहीं, हमारी रगों का पानी है। हम चुप नहीं बैठेंगे।” गौरतलब है कि भाजपा सरकार के सहयोगी ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के कार्यकर्ता भी अब धरना देने को मजबूर हैं, जिससे यह सवाल उठने लगा है कि जब सत्ता पक्ष के लोग ही सड़कों पर हैं, तो फिर प्रशासन किसकी सुन रहा है?
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सुबह से धरना चल रहा है, लेकिन अभी तक कोई सक्षम अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। प्रशासन की यह उदासीनता जल संकट से जूझते किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है।अब बड़ा सवाल यह है कि क्या इन भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों पर कोई कार्रवाई होगी या फिर सरकार किसानों की उम्मीदों को ऐसे ही बहता छोड़ देगी?

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले