“ किसी अनहोनी के बाद ही चेतेगा विद्युत विभाग.!.” — उमेश तिवारी
राजकुमार पाठक
बांदा/नरैनी/बिजली विभाग की लापरवाही एक बार फिर उजागर हो गई है। नरैनी पॉवर हाउस भारी बारिश के बाद पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। हालत इतने खराब हैं कि कार्यालय तक पहुँचने के लिए उपभोक्ताओं को घुटनों तक पानी में उतरना पड़ रहा है। करंट फैलने का गम्भीर खतरा बना हुआ है।
समाजसेवी उमेश तिवारी जब मौके पर पहुंचे तो देखा— तारें नीचे तक लटकी हैं, पानी लबालब भरा है और निकासी की कोई व्यवस्था नहीं।
उन्होंने प्रशासन और बिजली विभाग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह स्थिति किसी बड़े हादसे को न्योता दे रही है। तत्काल राहत कार्य और सुरक्षित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग की उदासीनता अब जानलेवा साबित हो सकती है। अब देखना है कि प्रशासन कब जागता है?