
मुख्य द्वार का रास्ता बंद लबालब भरा पानी
जगह-जगह चू रहा लाखो का टीन शेड
इस काम सहित अन्य कामों की ली जाए खैर खबर : स्थानीय जनता
राजकुमार पाठक
बांदा/अजब गजब कहानी है, बांदा में काम कर रही, यू.पी.पी.सी.एल. यूनिट 13 की । 3 साल में, 3 करोड़ का काम, करने के बाद, आज की तारीख में शहर के अंदर रामलीला मैदान अलीगंज में कराए जा रहे, निर्माण काम कराए जाने के बाद, अधूरे काम की बदौलत, नतीजा यह है, कि मैदान के मुख्य द्वार के अंदर जाने का रास्ता, पानी से लबालब है।द्वार में ही बालू पड़ी है, कुछ गिट्टी पड़ी है, 2 दिन काम होने के बाद, काम बंद है ,जनता को असुविधा और सहूलियत देने का सरकारी वादा, न केवल धूल फाक रहा है, बल्कि आम रास्ते में पानी होने के कारण, क्या बच्चे.? क्या बूढ़े.? व नर नारी सब.!. परेशान होकर, कार्य दाई एजेंसी व निर्माण एजेंसी को कोस रहे हैं।
बड़े-बड़े कामों का ठेका लेकर, काम करने वाली, यू.पी.पी.सी.एल. इकाई 13 के चलते, यदि तमाम कामों को, थोड़ी देर के लिए छोड़ दिया जाए, तो मंडल/जिला मुख्यालय में बड़े-बड़े अधिकारियों की नाक के नीचे, यू.पी.पी.सी.एल. यूनिट 13 का, इस कदर भुत छंद जारी है, कि 3 साल होने को है, लगभग 3 करोड़ की कीमत के काम, पूरा होना तो दूर, इस स्थिति में खड़ा पड़ा है, कि आज मुख्य द्वार, मैदान के अंदर और आगे जाने का रास्ता, कीचड़ से लैस है ,रास्ते में पानी भरा है, पूर्व की तरह 2 दिन काम शुरू, 2 महीने बंद की तर्ज पर, फिर 2 दिन चला काम बंद हो गया और स्थिति यह हो गई, कि मैदान में खुले स्कूल तक जाने के लिए, छोटे-छोटे बच्चे परेशान हैं और मैदान की ओर से दूसरे स्कूलों में जाने वाले, छोटे-छोटे बच्चे रास्ता न होने पर, स्कूल तक पहुंचने को बेताब है। अन्य लोग भी रास्ता न होने के कारण निकलने में परेशानी का सामना करते हैं ,यह तो बात रही रास्ते में भरे पानी की बदौलत पैदा हुई परेशानी की।
दूसरी बात रिमझिम वर्षा के साथ सावन माह शुरू हुआ और लाखों रुपए का तैयार कराया गया, लंबा चौड़ा टीन शेड इस कदर चू रहा है, कि पूरे टीन शेड में एक चारपाई डालकर कोई आराम नहीं कर सकता है, जहां-जहां से ऊपर बिछाई गई टीन के जॉइंट हैं या कसाव के नट बोल्ट लगे हैं, टप टपाती बूंदे, पूरे फर्श को तर किए हुए हैं ,जरूर टीन शेड के नीचे इन दिनों अन्ना जानवर बरसात में आराम कर रहे हैं और फर्श में नमी होने के कारण वह बेजुबान भी, निर्माण करने वाले वालों को, रम्भा रम्भा के कोस रहे हैं। 2 दिन पहले तक, लंबे समय से अधूरी पड़ी इंटरलॉकिंग का काम शुरू हुआ , जमीन की फर्श से इंटरलॉकिंग ऊंची होने के कारण दोनों तरफ पानी भरा है, जिस कारण से रास्ता बंद है ,मजबूरी में लोग बाग निकल रहे हैं और यू.पी.पी.सी.एल. सहित जिम्मेदार व्यवस्था पर उंगली उठाकर कहते हैं, कि ऐसा काम करने से क्या फायदा.? ,जनता का धन पानी में बह गया और निर्माण एजेंसी व्यवस्था करने में नाकाम रही। एक स्वर से मोहल्ले के लोग सहित डगरोहियों ने, आला अफसर का ध्यानाकर्षण करते हुए, कहा है कि काम करो या तो काम छोड़कर पूरे सामान सहित भाग जाओ और किसी दूसरी एजेंसी से काम करने की फरियाद करते हुए, यह भी कहा कि उनके द्वारा अन्य कराए गए कामों की जांच द्वारा खैर खबर ली जाए।