अमेठी में चला अग्नि सचेतक प्रशिक्षण अभियान। - नवरात्रि का धमाका-जुल्मी सावरिया पर थिरकेगा देश - स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में अधिकारीयो कर्मचारियों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन - स्टार स्टूडियो18 लेकर आया भारत की सबसे मशहूर अदालत फ़्रेंचाइज़ी 'Jolly LLB 3' का धमाकेदार ट्रेलर - राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन ने विधार्थियो को मैडल पहनाकर किया सम्मानितअमेठी में चला अग्नि सचेतक प्रशिक्षण अभियान। - नवरात्रि का धमाका-जुल्मी सावरिया पर थिरकेगा देश - स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में अधिकारीयो कर्मचारियों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन - स्टार स्टूडियो18 लेकर आया भारत की सबसे मशहूर अदालत फ़्रेंचाइज़ी 'Jolly LLB 3' का धमाकेदार ट्रेलर - राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन ने विधार्थियो को मैडल पहनाकर किया सम्मानित

उतरौला में श्री शिव महापुराण कथा का द्वितीय दिवस: पुराण महिमा की पावन कथा सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु

दैनिक अयोध्या टाइम्स ब्यूरो रिपोर्ट बजरंगी गुप्ताउतरौला (बलरामपुर):बाबा श्री दुःखहरण नाथ मंदिर, उतरौला के प्रांगण में चल रही दस दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का द्वितीय दिवस अत्यंत भक्ति और श्रद्धा के वातावरण में संपन्न हुआ। कथा व्यास पंडित श्री बृजलाल मिश्रा महाराज की मधुर वाणी और

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Wednesday, July 30, 2025

दैनिक अयोध्या टाइम्स ब्यूरो रिपोर्ट बजरंगी गुप्ता
उतरौला (बलरामपुर):
बाबा श्री दुःखहरण नाथ मंदिर, उतरौला के प्रांगण में चल रही दस दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का द्वितीय दिवस अत्यंत भक्ति और श्रद्धा के वातावरण में संपन्न हुआ। कथा व्यास पंडित श्री बृजलाल मिश्रा महाराज की मधुर वाणी और सारगर्भित व्याख्या ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद से सराबोर कर दिया। महाराज श्री ने इस दिन शिव महापुराण के महात्म्य, चंचुला वैश्या की कथा, चारों युगों की विशेषताएं, तथा सत्मार्ग पर चलने के प्रभाव जैसे गूढ़ विषयों को सरलता से प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार चंचुला नामक एक पापाचारी वैश्या ने सत्संगति और पुण्य कार्यों के माध्यम से न केवल स्वयं का उद्धार किया, बल्कि अपने पति को भी नरकगति से मुक्त कर स्वर्ग प्राप्ति करवाई। यह कथा श्रोताओं के लिए गहन प्रेरणा का स्रोत बनी।
इसके अतिरिक्त, कथा में युगों की अवधियों—सत्य, त्रेता, द्वापर और कलियुग—की विवेचना करते हुए बताया गया कि प्रत्येक युग में धर्म और अधर्म का संतुलन किस प्रकार भिन्न होता है, और उस युग के अनुसार मनुष्य को किस मार्ग का अनुसरण करना चाहिए।
कथा के मुख्य आकर्षण:
इस दिव्य आयोजन में भजन, श्लोक पाठ एवं भक्तिपूर्ण गीतों की प्रस्तुति ने वातावरण को संगीतमय बना दिया। कथा स्थल पर भक्ति रस की अविरल धारा बहती रही। श्रद्धालु न केवल कथा सुनते रहे, बल्कि भावविभोर होकर शिव आराधना में लीन हो गए।
उपस्थिति और व्यवस्थाएं:
कथा के द्वितीय दिवस विशेष रूप से मंदिर महंथ पं. मयंक गिरि , मुख्य यजमान एवं उत्तराधिकारी त्रिपुरारी गिरि ‘शानू’, पुजारी अरुण गिरि, व्यवस्थापक मोनू गुप्ता, आर्यन गुप्ता, और अर्पित गुप्ता की प्रमुख उपस्थिति रही। साथ ही समिति के सक्रिय सदस्य सर्वेश, शिवम, अरुण, सुरेश, अंकुर गुप्ता, अमित, राहुल, बृजेश, तथा रवि सहित नगर के अनेक गणमान्य नागरिक, महिला श्रद्धालु व भक्तगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
मंदिर प्रांगण को विशेष रूप से भव्य रूप से सजाया गया है। सुरक्षा, जलपान, बैठने की समुचित व्यवस्था समिति द्वारा सुनिश्चित की गई है, जिससे श्रोताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
श्रद्धा का संगम बन रहा है कथा स्थल:
प्रत्येक दिवस की कथा में श्रोताओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। नगर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी श्रद्धालु जन बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। कथा स्थल शिव भक्ति के रस में रमा हुआ है, जहाँ श्रद्धा, सेवा और भक्ति का अनुपम संगम देखा जा सकता है।
आगामी कार्यक्रम:
कथा का क्रमशः तृतीय दिवस भी विशेष कथाओं और प्रसंगों के साथ मनाया जाएगा। आयोजक मंडल ने सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर इस आध्यात्मिक आयोजन का लाभ उठाने की अपील की है।

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले