“सनातन धर्म की रक्षा हमारा प्रथम धर्म है”-महाराज श्री का ओजस्वी उद्बोधन
औरैया। श्री पीतांबरेश्वर सरकार धाम के पीठाधीश्वर ऋषिवर महामंडलेश्वर शिवम जी महाराज का जब अपने गृह नगर औरैया में प्रथम आगमन हुआ, तो नगरवासियों ने ऐतिहासिक उत्साह और श्रद्धा के साथ उनका भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर पूरे नगर में आध्यात्मिक ऊर्जा और सनातन चेतना का अद्भुत संगम देखने को मिला। .स्वागत यात्रा मंडी गेट से प्रारंभ होकर जेसीज चौराहा, ब्लॉक गेट, संजय गेट, कानपुर चौराहा और तहसील चौराहा तक नगर भ्रमण करती रही, जहाँ जगह-जगह पुष्प वर्षा, बैंड बाजों, शंखध्वनि और भगवा पताकाओं से वातावरण गूंज उठा। जय श्री राम और हर हर महादेव के नारों से औरैया नगरी गूंजायमान हो उठी। स्थानीय मंगलम गेस्ट हाउस में आयोजित स्वागत समारोह में सैकड़ों श्रद्धालु, साधु-संत, समाजसेवी एवं नगर जन उपस्थित रहे। भव्य मंच पर महाराज श्री ने जब सभा को संबोधित किया तो उनके शब्दों ने जनमानस को भीतर तक झकझोर दिया। उन्होंने कहा कि “सनातन धर्म केवल पूजा-पद्धति नहीं, यह एक जीवनशैली है-जो सत्य, करुणा और कर्तव्य पर आधारित है। इसकी रक्षा करना हम सबका पहला धर्म है। आज के युवाओं को चाहिए कि वे अपने महान संस्कृति को जानें, समझें और आगे बढ़ाएं।” इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष अनूप गुप्ता ने महाराज श्री का पगड़ी, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर भव्य सम्मान किया। उन्होंने कहा कि “महाराज श्री का औरैया जैसे छोटे नगर से निकलकर अखिल भारतीय धर्मपरंपरा में इतना उच्च स्थान पाना हम सभी के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है।” कार्यक्रम में संकीर्तन, भजन, साधु-संतों के मार्गदर्शन और महाप्रसाद वितरण जैसे दिव्य आयोजन भी हुए। कार्यक्रम संयोजक प्रमोद विश्नोई (सोनी जी) अंकुम सिंह चौहान, अजय आनंद चौधरी, मनीष श्रीवास्तव, ऋषभ शुक्ला, शशांक पुरवार, आचार्य अंकित शुक्ला, संजीव पोरवाल सहित अनेक युवा धर्मसेवियों का योगदान प्रशंसनीय रहा। इस दौरान शिवम जी महाराज का जगह जगह स्वागत होता हुआ मंगलम गेस्ट हाउस पहुंचा जहां पर श्रद्धालुओं ने जोरदार स्वागत किया।






