संवाददाता अरुण कुमार मिश्रा, तहसील प्रभारी खजनी
गोरखपुर। खजनी ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम सभा साखडाड पांडेय में स्वच्छता व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। गांव में नालियों की साफ-सफाई न होने और कूड़े-कचरे के खुले में पड़े रहने से मच्छरों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। गांव की गलियों में गंदगी का अंबार
ग्राम सभा साखडाड की सफाई
ग्रामीणों का कहना है कि कई महीनों से सफाई व्यवस्था सुचारू नहीं है। नालियों में गंदा पानी जमा हो जाने से बदबू फैल रही है और गली-मोहल्लों में चलना दूभर हो गया है। इस स्थिति से सबसे ज्यादा प्रभावित छोटे बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं। गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ चुका है कि घर-घर लोग परेशान हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और फाइलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियां मच्छरों के द्वारा तेजी से फैलती हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के ग्राम सभा साखडाड की सफाई ग्रामसभा के कई ग्रामीणों ने बताया कि सफाईकर्मियों की तैनाती होने के बावजूद गांव में नियमित सफाई नहीं होती। लोग पंचायत और ब्लाक स्तर के अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी गांव में कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाया जा रहा, जबकि इस समय इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि तत्काल सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो डेंगू व मलेरिया जैसी गंभीर
ग्राम सभा साखडाड की सफाई
इस समस्या को लेकर गांव के वरिष्ठ नागरिकों ने भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक स्वच्छता अभियान को प्राथमिकता देते रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका असर नहीं दिख रहा है। ग्रामसभा साखडाड पांडेय की स्थिति सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखाती नजर आ रही है।
ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से अपील की है कि जिला प्रशासन और ब्लाक स्तरीय अधिकारी गांव में जल्द से जल्द सफाई की व्यवस्था सनिश्रित कराएं। साथ ही स्वास्थ्य ग्राम सभा साखडाड की सफाई ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से अपील की है कि जिला प्रशासन और ब्लाक स्तरीय अधिकारी गांव में जल्द से जल्द सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में मच्छरों से बचाव के लिए दवा का छिड़काव और जनजागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि ग्रामीण सुरक्षित रह सकें। यदि प्रशासन समय रहते कदम नहीं उठाता, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे मजबर होकर बडे आंदोलन की राह देखेंगे |