संवाददाता अमरकांत शर्मा।नहटौरःनगर की एक फर्जी महिला चिकित्सक ने अपने हॉस्पिटल में गर्भाशय के उपचार के दौरान एक महिला की हालत बिगाड़ दी तथा आनन फानन मे उसे बिजनौर रेफर कर दिया गया।जहां पर उसकी मौत हो गई, जिसकी बाद मृतका के परिजनों ने कड़ी नाराजगी जताई, और आपकी सहमती के बाद बिना किसी कार्यवाही के महिला का अंतिम संस्कार कर दिया ।
बीते बुधवार को हल्दौर रोड स्थित एक अन्य चिकत्सक के नाम रजिस्ट्रेशन पर चल रहे अस्पताल मे एक गाँव निवासी महिला को दिखाने परिजन लेकर आयें। जहाँ महिला चिकित्सक उसका चेकअप कर उन्हें गर्भाशम के उपचार की सलाह दी। जिस पर परिजन राजी हो गये इस दौरान महीला की हालत बिगङ गयी। जिसे देखकर महिला चिकित्सक के हाथ पाँव फूल गये और आनन भानन में उसे बिजनौर रेफर कर दिया जहाँ उसकी मौत होगई।
जिसके बाद मृतक महिला के परिजनो में आक्रोश फैल गया और उन्होने अस्पताल आकर महिला चिकित्सका से कड़ी नाराजगी जताई आपसी सहमती बनने के बाद मृतका के परिजन बिना कोई कार्यवाही किये ।अपने गाँव वापस चले गए। और महिला का अंतिम संस्कार कर दिया।बताते चले उक्त महिला ने अपने अस्पत्ताल को स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से अन्य चिकित्सकों के नाम पर रजिस्टर्ड करा रखा है।
जहां पर वह स्वयं ही अन ट्रेंड चिकित्सके के द्वारा ऑपरेशन कराती है।वह बेबाक कहती है कि मेरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता उसकी बातो से ऐसा प्रतीत होता है मानो उसे स्वास्थ्य विभाग ने महिला एवं बच्चो को मारने का लाइसेंस दे दिया है।बता दे कि उक्त महिला चिकित्सक के अस्पताल का यह पहला मामला नहीं है लगभग 1 वर्ष पूर्व भी उक्त चिकित्सक ने एक गर्भवती महिला का समय से पूर्व ऑपरेशन के द्वारा डिलीवरी कर दी थी जिस कारण बच्चों की मौत हो गई थी ।
नगर क्षेत्र में कुकुरमुत्तो की तरफ फैले फर्जी अस्पताल बता दे की नगर क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से दर्जनों की तादाद में फर्जी रजिस्ट्रेशन पर सर्जिकल सेंटर अस्पताल चल रहे हैं । जिसमे फर्जी चिकित्सक बेरोकटोक ऑपरेशन करते हैं और उनमें महिलाओं व बच्चों की मौत हो जाती है इसके उपरांत यह हॉस्पिटल वाले मृतक के परिजनों से लेनदेन करके मामले को शांत कर देते हैं। जिस कारण इन फर्जी चिकित्सकों के हौसले बुलंद है और प्रति माह के हिसाब से क्षेत्र में हॉस्पिटल खुल रहे हैं।