दैनिक अयोध्या टाइम्स प्रयागराज ब्यूरो बृजेश केसरवानी
प्रयागराज । मित्रता ही सच्चे प्रेम का धागा है यह अभिव्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज मेजा प्रयागराज के ग्राम पंचायत बकचून्दा निवासी राजेश तिवारी ने अपने सम्वर्गीय साथियों के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष कार्यालय प्रयागराज में कही।खबर का दृष्टिकोणिक कराते चले कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी अपने सम्वर्गीय साथियों के साथ एक विशेष कार्य से जिला पंचायत अध्यक्ष कार्यालय प्रयागराज पधारे हुए थे।आपसी सौहार्दपूर्ण साहित्यिक परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि मित्रता ही सच्चे प्रेम का धागा है क्योंकि इस संसार में सच्चा प्रेम केवल मित्र के साथ ही होता है जो एक पवित्र धागे के साथ बंधा रहता है।एक सच्चे मित्र पर दूसरे मित्र का पूर्णतः विश्वास बना रहता है जिससे वे एक दूसरे से अपने सुख-दुःख का हाल बेझिझक कह और बता सकते हैं।एक सच्चा मित्र अपने मित्र के सुख में प्रसन्न एवं दुःख में क्रंदन एवं करुणा का भाव रखते हुए उसके निपटारे में अपना जी जान लगा देता है।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने आगे कहा कि मित्रता की परिभाषा का मूल सार प्रभू श्रीकृष्ण एवं विप्र सुदामा के बीच पूर्णतः स्पष्ट है। प्रभू श्रीकृष्ण ने विप्र सुदामा के सभी दुःखो को दूर करते हुए दो लोक भी प्रदान कर दिए और अपना तीसरा लोक बैंकुण्ठ भी प्रदान करने वाले थे तभी आदिशक्ति रुक्मिणी ने उन्हें किसी बहाने से रोक लिया।यह है असली मित्रता जो अपने मित्र के लिए सर्वत्र निछावर की भावना रखती है।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि जुदा कर नहीं सकती कोई हस्ती हमारी मित्रता गुलजारी है,मित्रता हमारी पवित्र है जिसका माली राजेश तिवारी है।इस साहित्यिक एवं मैत्रीपूर्ण परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी के साथ बोरिंग टेक्नीशियन विकास खण्ड कौंधियारा प्रयागराज राकेश कुमार सिंह,बोरिंग टेक्नीशियन विकास खण्ड कोरांव प्रयागराज करुणाकर शुक्ला एवं बोरिंग टेक्नीशियन विकास खण्ड करछना प्रयागराज अनिल कुमार सिंह सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।