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विवेचना अधिकारी पर गंभीर आरोप, पीड़िता ने एसपी से लगाई इंसाफ की गुहार

डरा-धमकाकर सादे कागज पर कराए दस्तखत, महिला बोली— ‘मुझे और मेरे परिवार को फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है ब्यूरों प्रभारी गिरजेश चौधरीदैनिक अयोध्या टाइम्स बस्ती बस्ती।जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सोखापुरवा उर्फ छरौछा की रहने वाली धनपता पत्नी मोहनलाल एक बार फिर न्याय

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Thursday, July 24, 2025

डरा-धमकाकर सादे कागज पर कराए दस्तखत, महिला बोली— ‘मुझे और मेरे परिवार को फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है

ब्यूरों प्रभारी गिरजेश चौधरी
दैनिक अयोध्या टाइम्स बस्ती

बस्ती।जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सोखापुरवा उर्फ छरौछा की रहने वाली धनपता पत्नी मोहनलाल एक बार फिर न्याय की उम्मीद लिए बस्ती पुलिस अधीक्षक के दरवाजे पहुंची। पीड़िता ने आरोप लगाया कि गांव में उनके परिवार का कुछ लोगों से जमीनी विवाद चल रहा था, जिसे सुलझाने के बजाय पुलिस ने उल्टा उनके परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
धनपता ने एसपी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि गांव के ही कृपाशंकर, पप्पू गुप्ता आदि से कई वर्षों से आपसी रंजिश चली आ रही है। हाल ही में गांव में हुई एक मामूली कहासुनी को इन लोगों ने तूल देते हुए पुलिस में शिकायत कर दी, जिसके आधार पर लालगंज थाने में धनपता और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।पीड़िता ने लगाया गंभीर आरोप धनपता का आरोप है कि इस मामले की विवेचना कर रहे महसो पुलिस चौकी के इंचार्ज अनस अख्तर ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते हुए विरोधियों के इशारे पर काम किया। उन्होंने पीड़िता और उसके परिवार के लोगों को चौकी पर बुलाकर मानसिक दबाव बनाया और डरा-धमकाकर सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए। जब पीड़िता ने विरोध किया तो विवेचक ने यह धमकी दी कि “अगर ज्यादा सवाल-जवाब किए तो फर्जी मुकदमे लगाकर पूरी जिंदगी बर्बाद कर देंगे।” महिलाओं को किया मानसिक रूप से प्रताड़ित धनपता ने यह भी आरोप लगाया कि अनस अख्तर ने विवेचना में महिला सदस्यों से पूछताछ के दौरान मानवीय गरिमा को भी नजरअंदाज किया। बिना किसी महिला पुलिस की मौजूदगी के पूछताछ की गई, और चौकी में घंटों बैठाए रखा गया। यह न सिर्फ कानूनन गलत है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े करता है।एसपी ने दिया आश्वासन धनपता ने जब इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी, तो उन्होंने गंभीरता से सुनवाई की। एसपी ने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और जल्द ही विवेचना अधिकारी को बदला जाएगा। धनपता ने मांग की है कि महसो चौकी इंचार्ज अनस अख्तर के खिलाफ तत्काल प्रभाव से विभागीय जांच शुरू की जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और आगे किसी निर्दोष को अन्याय का शिकार न होना पड़े।प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग पीड़िता का कहना है कि अगर समय रहते निष्पक्ष जांच नहीं हुई और विवेचना अधिकारी को नहीं बदला गया, तो वे परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठने को मजबूर होंगी।
जनमानस में रोष गांव के कई लोगों का कहना है कि पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए और अगर पुलिस ही पक्षपात करने लगे तो आमजन कहां जाएं। यदि किसी पुलिस अधिकारी पर इस तरह के गंभीर आरोप लगते हैं, तो उस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए ताकि विभाग की साख भी बनी रहे।
यह मामला सिर्फ एक महिला की गुहार नहीं, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे गंभीर सवाल का प्रतीक बनता जा रहा है। यदि इस मामले को समय रहते सुलझाया नहीं गया तो यह जन आक्रोश का कारण बन सकता है।

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