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“पुल बनाओ राहत दिलाओ” रायबरेली को फिर से जोड़ो- पूनम सिंह

तीन महीने से बंद पड़ा गल्ला मंडी ओवरब्रिज, बनने के बाद से लगातार खराब हालत में ओवरब्रिज, आम जनता को हो रही भारी परेशानी, त्रिपुला-जहानाबाद रोड पर यातायात का भारी दबाव

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Tuesday, November 11, 2025

रायबरेली ब्यूरो। शहर के बीच स्थित गल्ला मंडी और जहानाबाद चौकी को जोड़ने वाला पुल पिछले तीन महीनों से बंद पड़ा है। इस मार्ग से रोज़ाना हज़ारों लोगों का आवागमन होता था, लेकिन पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद से नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जनता की समस्या को देखते हुए कमला फाउंडेशन की अध्यक्ष पूनम सिंह स्वयं मौके पर पहुँचीं और पुल की स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों से मुलाकात कर उनकी परेशानियाँ सुनीं। पुल की जर्जर हालत देखकर उन्होंने गहरी नाराज़गी व्यक्त की और कहा कि “जनता की तकलीफ़ अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि संबंधित अधिकारी जल्द कदम नहीं उठाते, तो मैं अपने स्तर से कार्रवाई के लिए बाध्य हो जाऊँगी।”
इस मौके पर शहर के कई प्रमुख लोग मौजूद रहे पूर्व सभासद इशरार अहमद, एडवोकेट शरद श्रीवास्तव, तनवीर, व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष दिलदार राईनी, पूर्व सभासद ओमप्रकाश सोनकर, हसन कुरैशी, राजू खान (मण्डी समिति), गुड्डू, हसीन समेत अनेक नागरिक पुल स्थल पर उपस्थित रहे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल बंद होने के कारण उन्हें वैकल्पिक मार्गों से होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है, जिससे न केवल समय बल्कि आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। व्यापारियों ने कहा कि मंडी क्षेत्र में माल की आवाजाही बाधित होने से कारोबार पर भी असर पड़ा है।
पूल की जर्जर स्थिति देखकर पूनम सिंह ने कहा कि यह केवल एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि जनता की जीवनरेखा है। उन्होंने शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि इस विषय पर तुरंत संज्ञान लें और कार्य आरंभ कराएँ। उन्होंने कहा,
-“यह पुल केवल लोहे और सीमेंट का ढांचा नहीं है, यह उन लोगों की जरूरत है जो रोज़ इस रास्ते से अपने काम, स्कूल या अस्पताल तक जाते हैं। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो हम जनता के साथ सड़क पर उतरेंगे।”
जनता ने भी पूनम सिंह के इस रुख का समर्थन किया और उम्मीद जताई कि उनके हस्तक्षेप से शासन-प्रशासन जल्द ही कार्रवाई करेगा।
मौके पर मौजूद लोगों ने एक स्वर में कहा कि अब वक्त आ गया है कि रायबरेली की आवाज़ को सुना जाए और शहर की इस महत्वपूर्ण समस्या का स्थायी समाधान किया जाए।
जनता की यही मांग है — “पुल बनाओ, राहत दिलाओ — रायबरेली को फिर से जोड़ो।”

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