महेश्वर महागणपति महोदर महाराज,
मंगल कर्ता महाबली गणेश गजराज,
सभी देवी देवन में प्रथमेश प्रमुख,
गजकर्ण गौरीनंदन गजानन गजमुख ।
शुरू करने से पहले कोई काम,
करते सुमुख सब तुमको प्रणाम,
एकाक्षर एकदंत एकनाथ महेश्वर,
संकटहरणा सिद्धिविनायक सिद्धेश्वर ।
मोदक बूँदी लड्डू लंबोदर को प्यारे,
विघ्नहर्ता विकट विघ्न हरते सारे,
करूं केशर कुंकुम तिलक भाल,
पीताम्बर पीत पुष्पन पहनाऊँ माल ।
हरिद्र हरि-हरि दुर्वा तुमको चढ़ाऊँ ,
दुख दारिद्र से मयूरेश मुक्ति पाऊँ,
मंगलमूर्ति मूषक की करे है सवारी,
जिनकी जगजननी माहेश्वरी महतारी ।
वक्रतुंड विद्या बल बुद्धि दायक,
विघ्नेश्वर वरदानी वरद विनायक,
रिद्धि सिद्धि दाता देवेश दयालु,
कृपा करो करूणानिधि कृपालु ।
तुमको शंकर सुवन शीश नवाऊँ ,
मीठे मधुर भजन भक्तों संग गाऊँ ,
आनंदकारी “आनंद” जीवन में भरो,
भक्तवत्सल भक्तों की पीड़ा हरों ।
– मोनिका डागा “आनंद”, चेन्नई, तमिलनाडु