नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के डेडियापाड़ा में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम को किया संबोधित - अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए - जनजातीय शौर्य की शान: धरती आबा, बिरसा मुंडा भगवान - लिटिल पब्लिक स्कूल में धूमधाम से मनाया गया चिल्ड्रंस डे -  उप मुख्यमंत्री ने की जनपद में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकनरेन्द्र मोदी ने गुजरात के डेडियापाड़ा में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम को किया संबोधित - अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए - जनजातीय शौर्य की शान: धरती आबा, बिरसा मुंडा भगवान - लिटिल पब्लिक स्कूल में धूमधाम से मनाया गया चिल्ड्रंस डे -  उप मुख्यमंत्री ने की जनपद में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक

रोबोटिक सर्जरी से नई उम्मीद: ब्रेस्ट कैंसर मरीज़ की ज़िंदगी में लौटी मुस्कान

तकनीक का उद्देश्य कैंसर को पूरी तरह हटाते हुए स्तन का प्राकृतिक स्वरूप बनाए रखना

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Thursday, October 16, 2025

The technique aims to completely remove the cancer while preserving the natural appearance of the breast.

नवी मुंबई (अनिल बेदाग): अपोलो हॉस्पिटल्स, नवी मुंबई में 53 वर्षीय स्तन कैंसर मरीज़ पर की गई रोबोटिक सहायता प्राप्त निप्पल-स्पेयरिंग मस्टेक्टॉमी और तत्काल ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन ने कैंसर उपचार में नई दिशा दिखाई है। यह सर्जरी न केवल सफल रही बल्कि मरीज़ अगले ही दिन घर लौट गईं — बिना किसी बड़ी जटिलता के।

डॉ. नीता नायर, लीड कंसल्टेंट, ब्रेस्ट-रोबोटिक सर्जरी ने बताया कि इस तकनीक का उद्देश्य कैंसर को पूरी तरह हटाते हुए स्तन का प्राकृतिक स्वरूप बनाए रखना है। छोटे चीरों के ज़रिए ट्यूमर हटाने से निशान बेहद हल्के पड़ते हैं, रिकवरी तेज़ होती है और मरीज़ का आत्मविश्वास बरकरार रहता है।

पारंपरिक ओपन सर्जरी के मुकाबले, रोबोटिक मस्टेक्टॉमी से टिश्यू और रक्त का कम नुकसान होता है और दर्द भी बहुत कम रहता है। साथ ही, तत्काल रिकंस्ट्रक्शन से स्तन खोने का मानसिक आघात घटता है। यह प्रक्रिया शुरुआती चरण के कैंसर मरीज़ों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, जहाँ ट्यूमर निप्पल से दूर और त्वचा अप्रभावित होती है।

इस अभिनव तकनीक ने साबित किया है कि सही चिकित्सा और उन्नत तकनीक से न सिर्फ जीवन बचाया जा सकता है, बल्कि आत्म-सम्मान और जीवन की गुणवत्ता भी कायम रखी जा सकती है।

खबरें और भी

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले