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मांगों के निस्तारण को लेकर सफाई कर्मी गरजे

नगरायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए समस्या का समाधान कराने की मांग की

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Wednesday, September 24, 2025

Sanitation workers roared for the settlement of their demands

सहारनपुर। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले सफाई कर्मियों ने भूमि स्वामित्व का अधिकार दिलाने, पेंशन और देय भुगतान किए जाने की मांग को लेकर नगर निगम में जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और नगरायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए समस्या का समाधान कराने की मांग की।

अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले जनता रोड वाल्मीकि कालोनी में रह रहे अनुसूचित जाति के सफाई कर्मी एकत्र होकर निगम कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी मांगों के निस्तारण को लेकर प्रदर्शन किया।

उनका कहना था कि वह जनता रोड वाल्मीकि कालोनी में लगभग 65 वर्षों से रह रहे है। शासनादेश के अनुसार सफाई कर्मियों को नगर पालिका भूमि उपलब्ध करायेगा व भवनों का निर्माण कराने के उपरान्त उनका स्वामित्व का अधिकार उन सफाई कर्मचारियों को देगा, लेकिन तत्काल पालिका अधिकारियों द्वारा शासनादेश का उल्लंघन करते हुए उनसे किराया वसूलना चालू कर दिया। उस समय बनाये गये भवन व भूमि के मूल्य से अधिक सफाई कर्मचारियों के वेतन से कटौती कर ली गई।

आज तक उनको उनका मालिकाना हक प्राप्त नहीं हुआ। उन्होंने मांग की कि शासनादेश व बोर्ड प्रस्ताव के अनुसार उक्त प्रकरण के सम्बन्ध में स्वामित्व का अधिकार दिया जाये। उनका कहना था कि जनता रोड वाल्मीकि कालोनी में रह रहे सफाई कर्मियों से वर्तमान में नगर निगम द्वारा सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारियों से उनका 25 प्रतिशत भुगतान और अब उनकी पेंशन से कटौती यह कह कर की जा रही है कि उनके पास सरकारी भवन है जबकि सच्चाई इससे उलट है।

जिस समय जनता रोड वाल्मीकि कालोनी में भवन बनाये गये थे, शासन द्वारा शासनादेश में कहा गया था कि भवनों का स्वामी सफाई कर्मचारी रहेगा। तत्कालीन बोर्ड ने भी सर्वसम्मति से बोर्ड प्रस्ताव उक्त के सम्बन्ध में पास किया था।

जबकि भवन व भूमि के मूल्य से अधिक इनके वेतन से सैकड़ों गुना ज्यादा पैसा काटा जा चुका है। उन्होंने मांग की कि इनके सेवानिवृत्त होने के उपरान्त रोके गये 25 प्रतिशत भुगतान की वापसी व पेंशनरों की पेंशन से भवनों के नाम पर की जा रही कटौती पर तत्काल रोक लगाई जाये।

इसके अलावा नगर निगम में चल रहे स्थायी कर्मचारी जो कि त्याग पत्र के आधार पर अपने माता-पिता व अन्यों के स्थान पर मैला ढोने के कारण बीमारी के चलते बोर्ड प्रस्ताव की सहमति से त्याग पत्र दे चुकें कर्मचारियों द्वारा त्याग पत्र के आधार पर अपने समस्त देय भुगतान देते हुए अपने परिवार के सदस्यों की नियुक्ति दिलाई जाये।

उन्होंने कहा कि अब संज्ञान में आया है कि त्याग पत्र की नौकरियों पर नियुक्त कर्मचारियों को नोटिस दिये जा रहे है, जबकि इस सम्बन्ध में नगर निगम सहारनपुर हाईकोर्ट तक गये थे, जो कि सफाई कर्मचारियों के हित में फैसला आया है।

यदि भविष्य में इन नियुक्तियों पर कोई छेड़छाड़ की गई, तो नगर निगम स्वयं जिम्मेदार होगा। प्रदर्शनकारियों में दीपक बिरला, करण आदिवाल, मनमोहन सूद, अनुज बोहत, अमन, साथी लक्ष्मण सिंह,च सोमपाल, रिंकू बिरला, अशोक तेश्वर, प्रमोद सुधा, बिट्टू बाल्मीकि समेत भारी संख्या में सफाई कर्मी मौजूद रहे।

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