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शादी तय कर मांगी दहेज, बारात रोकी, पीड़ित विकलांग पिता ने लगाई न्याय की गुहार

संवाददाता प्रियांशु जोशी नांगल। गांव श्यामीवाला में एक निर्धन व विकलांग पिता के विश्वास और समाज में सम्मान को गहरी ठेस पहुंचाने वाली घटना सामने आई है। रिश्ता तय करने के बाद बारात के दिन अचानक दहेज की मांग कर न सिर्फ विवाह रोका गया, बल्कि पूरे

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Wednesday, October 29, 2025

संवाददाता प्रियांशु जोशी

नांगल। गांव श्यामीवाला में एक निर्धन व विकलांग पिता के विश्वास और समाज में सम्मान को गहरी ठेस पहुंचाने वाली घटना सामने आई है। रिश्ता तय करने के बाद बारात के दिन अचानक दहेज की मांग कर न सिर्फ विवाह रोका गया, बल्कि पूरे परिवार को सामाजिक अपमान और मानसिक आघात का सामना करना पड़ा। पीड़ित ने थाना मंडावली में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्यामीवाला निवासी खुर्शीद अहमद (जो विकलांग हैं और लंबे समय से बिस्तर पर हैं) ने अपनी बेटी साजिया परवीन (उम्र 20 वर्ष) का रिश्ता तीन महीने पूर्व खेड़की गांव निवासी रिहान पुत्र दीन मोहम्मद (उम्र 22 वर्ष) के साथ तय किया था। यह रिश्ता रिजवान पुत्र शरीफ निवासी भागूवाला, जो दोनों पक्षों का संबंधी है, की मध्यस्थता से हुआ था।

रिश्ता पक्का होने के बाद 2 अगस्त 2025 को बारात का तय समय सुबह 11 बजे था। लेकिन बारात समय से नहीं पहुंची। बार-बार फोन करने पर भी जवाब यही मिलता रहा कि “बारात आ रही है”। अंततः दोपहर में जानकारी मिली कि रिहान पक्ष ने अचानक ₹2.5 लाख नकद और एक बुलेट मोटरसाइकिल की मांग कर दी है, और बिना दहेज के बारात नहीं लाएंगे।


इस बीच, पिता खुर्शीद ने बार-बार विनती की कि बारात लेकर आ जाएं, लेकिन उसके बावजूद बारात नहीं आई। इसके बाद उन्हें यह भी ज्ञात हुआ कि रिहान के किसी अन्य लड़की से नाजायज संबंध हैं और इस संबंध में आगरा पुलिस में शिकायत भी दर्ज हो चुकी है, जिसकी जानकारी रिश्ते तय करते समय जानबूझकर छुपाई गई थी।

पीड़ित पिता ने बताया कि शादी की तमाम तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, टेंट, खाना, दहेज, सजावट आदि पर भारी खर्च किया गया। गांववालों के सामने उनके सम्मान को ठेस पहुंची, और उनकी पुत्री मानसिक रूप से आहत हो गई। इस पूरे घटनाक्रम से परिवार पर आर्थिक और मानसिक दोहरा आघात पड़ा है। पीड़ित ने रिहान, उसके पिता दीन मोहम्मद और बिचौलिया रिजवान के खिलाफ धोखाधड़ी, सामाजिक अपमान, भावनात्मक शोषण की धाराओं में कार्यवाही की मांग करते हुए थाना मंडावली में प्रार्थना पत्र दिया है।

सवाल यह उठता है कि क्या इस प्रकार की दहेज मांगने और शादी से ऐन वक्त पर मुकर जाने की घटनाएं खुलेआम होती रहेंगी और पीड़ित परिवारों को न्याय के लिए भटकना पड़ेगा? समाज को इस विषय पर संवेदनशील होने की आवश्यकता है,और प्रशासन को भी ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई कर उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।

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