अमेठी संवाददाता विजय कुमार सिंह शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी एवं प्रबुद्धजनों ने छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, उद्यमियों, व्यापारियों व मीडिया बंधुओं के साथ किया संवाद।
प्रबुद्धजनों ने जिले के विभिन्न वर्गों के साथ विचार विमर्श कर 2047 के विजन डॉक्यूमेंट के लिए संकलित किए सुझाव।
सभी नागरिकों की सहभागिता से तैयार किया जा रहा विकसित उत्तर प्रदेश @2047 का रोडमैप।
नागरिक अपने सुझाव 5 अक्टूबर 2025 तक क्यूआर कोड स्कैन कर samarthuttarpradesh.up.gov.in पोर्टल पर भेजें, विजन डॉक्यूमेंट में होगा समावेश।
अमेठी। “समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047” अभियान के तहत आज दूसरे व अंतिम दिन शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी/महानिदेशक युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग उत्तर प्रदेश श्रीमती चैत्रा बी. तथा प्रबुद्धजन सेवानिवृत आईएएस संतोष कुमार राय, सेवानिवृत्त आईएफएस आशुबोध कुमार पंत, सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ अंगद सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ नवनीत कुमार मिश्रा, सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता रजनीश प्रकाश चौधरी ने जिलाधिकारी संजय चौहान, मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल के साथ छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, राष्ट्रीय/राज्य पुरस्कार प्राप्त महानुभावों एवं अपनी विद्या में ख्याति प्राप्त अन्य बुद्धिजीवियों, व्यवसाईयों, उद्यमियों तथा मीडिया बंधुओं के साथ संवाद घर 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने को लेकर चर्चा की गई तथा उनके द्वारा दिए गए सुझाव भी संकलित किए गए। विकसित उत्तर प्रदेश विजन की तीन प्रमुख थीमों अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति से जुड़े 12 प्रमुख सेक्टर जैसे कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आईटी एवं प्रौद्योगिकी, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य शिक्षा तथा सुरक्षा एवं सुशासन पर चर्चा हुई। शासन से नामित प्रबुद्ध जनों ने बताया कि सभी विषयों पर प्राप्त सुझावों के आधार पर राज्य के विकास की दीर्घकालिक रणनीति तय की जाएगी। सर्वप्रथम नोडल अधिकारी व प्रबुद्ध जनों ने प्रथम सत्र 10:00 बजे से आरआरपीजी कॉलेज अमेठी में आयोजित सत्र में प्रतिभाग किया, यहां पर उन्होंने शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं से शिक्षा के क्षेत्र में क्या-क्या कार्य किए जा सकते हैं इस संबंध में चर्चा किया, जिसमें छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और युवाओं की आकांक्षाओं को सामने रखा। इसके उपरांत कलेक्ट्रेट सभागार में उद्यमियों तथा व्यापारियों के साथ बैठक की गई जिसमें जनपद में निवेश एवं रोजगार पर विस्तृत चर्चा की गई तथा उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं व उनके सुझावों को भी सुना गया। नोडल अधिकारी ने कहा कि किसी भी उद्यमी को उद्योग स्थापना में किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाए इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने उद्यमियों से औद्योगिक क्षेत्र में और क्या-क्या सुधार किए जा सकते हैं इस संबंध में भी सुझाव मांगा। इसके उपरांत नोडल अधिकारी व प्रबुद्ध जनों ने जनपद के मीडिया प्रतिनिधियों के साथ वार्ता किया तथा उनके द्वारा 2047 तक विकसित उत्तर प्रदेश के संबंध में दिए गए सुझावों को संकलित किया। अंत में जिलाधिकारी संजय चौहान ने नोडल अधिकारी व प्रबुद्ध जनों तथा मीडिया प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व की बैठकों में उपस्थित प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वह इस अभियान को अपने कार्य क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं उन्हें दिए गए क्यू आर कोड को स्कैन कर ऑनलाइन पोर्टल samarthuttarpradesh.up.gov.in पर अपने सुझाव दर्ज करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल की प्रक्रिया भी समझाई और बताया कि कोई भी नागरिक 5 अक्टूबर 2025 तक सीधे उत्तर प्रदेश सरकार को अपने सुझाव भेज सकता है पोर्टल मोबाइल और कंप्यूटर दोनों के माध्यम से आसान एक्सेस के साथ उपलब्ध है और क्यूआर कोड स्कैन कर भी फीडबैक साझा किया जा सकता है। प्रबुद्ध जनों ने यह भी कहा कि यह अभियान केवल योजनाओं और नीतियों तक सीमित नहीं है बल्कि यह प्रदेश के प्रत्येक नागरिक की आकांक्षाओं, अनुभवों और योगदान को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है संवाद सत्र में प्राप्त सुझाव और फीडबैक संकलित कर नियोजन विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा जो इसे विजन डॉक्यूमेंट में समाहित करेगा। यह दस्तावेज उत्तर प्रदेश के विकास की दीर्घकालिक रणनीति तैयार करेगा और 2047 तक इसे विकसित राज्यों की श्रेणी में स्थापित करने का रोड मैप होगा। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी पन्नालाल, जिला सूचना अधिकारी शिवदर्शन यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ राजेश द्विवेदी, उपायुक्त उद्योग दिनेश कुमार चौरसिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।