श्री नारायणमहायज्ञ एवं अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति की आवाज उठी - अधिवक्ता की पत्नी प्रेमी संग फरार,आहत अधिवक्ता ने खाया जहर, मौत - केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया राष्ट्रीय बीज निगम के अत्याधुनिक बीज प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन - ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी सैन्य उपकरणों के प्रभावी उपयोग ने भारत की क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाया: राजनाथ सिंह - मिशन शक्ति के तहत सरसावा पुलिस ने महिलाओं को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की दी सलाहश्री नारायणमहायज्ञ एवं अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति की आवाज उठी - अधिवक्ता की पत्नी प्रेमी संग फरार,आहत अधिवक्ता ने खाया जहर, मौत - केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया राष्ट्रीय बीज निगम के अत्याधुनिक बीज प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन - ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी सैन्य उपकरणों के प्रभावी उपयोग ने भारत की क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाया: राजनाथ सिंह - मिशन शक्ति के तहत सरसावा पुलिस ने महिलाओं को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की दी सलाह

कृष्ण जन्माष्टमी के छठवें दिन छठी मनाई गईम

मुसाफिरखाना अमेठी संवाददाता विजय कुमार सिंह |हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुसाफिरखाना में महाकालेश्वर श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति के आयुष अग्रवाल द्वारा भजन कीर्तन करवाया एवं भव्य छठी का आयोजन किया गया , जिसमें युवा समाज सेवी राहुल कौशल विद्यार्थी ने बताया की कान्हा की

EDITED BY: DAT ब्यूरो चीफ

UPDATED: Saturday, September 6, 2025

मुसाफिरखाना अमेठी संवाददाता विजय कुमार सिंह |
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुसाफिरखाना में महाकालेश्वर श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति के आयुष अग्रवाल द्वारा भजन कीर्तन करवाया एवं भव्य छठी का आयोजन किया गया , जिसमें युवा समाज सेवी राहुल कौशल विद्यार्थी ने बताया की कान्हा की छठी पहले कान्हा जी को शिशु की तरह मानकर उनकी घी से मालिश करते हैं। इसके बाद उन्हें कच्चे दूध से स्नान कराया जाता है।

स्नान कराने के बाद उन्हें पीले रंग के वस्त्र पहनाते हैं। मोरपंख, बांसुरी, और आभूषण आदि से विशेष श्रृंगार करते हैं। उन्हें तिलक लगाया जाता है। इसके बाद अपने लड्डू गोपाल को चंदन, केसर, हल्दी, फल, फूल, धूप, दीप, अर्पित किया जाता है। काजल पारकर उन्हें काजल लगाते हैं और छठी मैया की पूजा करके उन्हें कढ़ी भात, माखन, मिश्री, पंजीरी आदि का भोग लगाया जाता है। इसके बाद महिलाएं उन पर न्योछावर करती हैं। फिर आरती उतारी जाती है। . फिर उनका नामकरण भी किया जाता है।

महिलाएं सोहर के गीत गाती हैं। उसके बाद भजन कीर्तन में सुल्तानपुर से चलकर मुख्य गौरव अग्रवाल ने कुछ लोकप्रिय भजनों में “छठी आज मनाएं लल्ला की”, “नंद के आनंद भयो”, और “कन्हैया मेरी गोदी आजा” शामिल हैं। इन भजनों से भक्तों ने खूब सराहा जिसमें सत्येंद्र मिश्रा, मोदी, वैष्णोकांत, विनय अग्रवाल, रामधीरज कौशल ,रिंकू अग्रवाल, शिवम मोदनवाल आर के तिवारी , नियंशु साहू , समस्त श्याम परिवार मुसाफिरखाना आदि सैकड़ो लोग उपस्थित रहे I

खबरें और भी

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले