सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।

बरूआ में मेन रोड पर गंदगी का अंबार, ग्रामीणों में आक्रोश

सहयोगी संवाददाता राम मुरारी शुक्लाफर्रुखाबाद | गांव बरूआ की मुख्य सड़क पर गंदगी का अंबार जमा होने से राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के दोनों किनारों पर कचरे, मलबे और कीचड़ के कारण लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Tuesday, August 5, 2025

सहयोगी संवाददाता राम मुरारी शुक्ला
फर्रुखाबाद | गांव बरूआ की मुख्य सड़क पर गंदगी का अंबार जमा होने से राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के दोनों किनारों पर कचरे, मलबे और कीचड़ के कारण लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है। यह स्थिति पिछले कई दिनों से बनी हुई है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं।
स्थानीय निवासी रामप्रकाश, सुनील, और मीना देवी ने बताया कि गंदगी के कारण बच्चों को स्कूल जाने में कठिनाई हो रही है। कीचड़ भरे रास्ते में अक्सर फिसलन की वजह से लोग गिर भी जाते हैं। बारिश होने पर हालात और बदतर हो जाते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव से शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। सफाईकर्मियों की नियमित अनुपस्थिति से गांव की हालत बिगड़ती जा रही है। गंदगी के कारण मच्छर व दुर्गंध भी फैल रही है, जिससे बीमारियों का खतरा बना हुआ है।प्रशासन से माँग: ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्वच्छता विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द मेन रोड की सफाई करवाई जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके और गंदगी से होने वाली बीमारियों से बचाव हो सके। यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि वे धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे।

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