सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।सीपी राधाकृष्णन ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ - इंडो-नेपाल सीमा पर कर दी गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था - गोमती उद्गम स्थल माधोटांडा में चार दिवसीय नौ कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की रूपरेखा तैयार की गई। - पंडित कमल पाठक ने सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। - विश्व हिंदू रक्षा परिषद के नए जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत।

सावन के अंतिम सोमवार पर शिवमय हुआ फर्रुखाबाद: पांडेश्वरनाथ, सारनाथ व रामेश्वरनाथ मंदिरों में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान फर्रूखाबाद | सावन के अंतिम सोमवार पर फर्रुखाबाद शिवभक्ति में सराबोर नजर आया। शहर के प्रमुख शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं। ‘बम बम भोले’ और ‘ओम नमः शिवाय’ के गगनभेदी जयकारों से माहौल भक्तिमय हो

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Monday, August 4, 2025

ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान

फर्रूखाबाद | सावन के अंतिम सोमवार पर फर्रुखाबाद शिवभक्ति में सराबोर नजर आया। शहर के प्रमुख शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं। ‘बम बम भोले’ और ‘ओम नमः शिवाय’ के गगनभेदी जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। पांडेश्वरनाथ मंदिर में सुबह 5 बजे से उमड़ी भीड़ रेलवे रोड स्थित प्राचीन पांडेश्वरनाथ मंदिर को रंग-बिरंगी झालरों और विद्युत सज्जा से सजाया गया। मंगला आरती के बाद जलाभिषेक का क्रम शुरू हुआ, जो दोपहर तक जारी रहा। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कतारें, और पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मंदिर के पुजारी द्वारा रुद्राभिषेक कर भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। शाम को मंदिर में शिव बारात और भव्य झांकी की तैयारी भी की गई है।
सारनाथ मंदिर में भी श्रद्धा का अद्भुत दृश्य कोतवाली सारनाथ मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहा। लोग मंदिर में माथा टेककर मनौतियां मांगते नजर आए। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था। शहर के अन्य मंदिरों में भी शिवभक्ति चरम पर द्वादश ज्योतिर्लिंग धाम (कोठा परचा)रत्नेश्वर मंदिर (पांचाल घाट रोड)बालाजी मंदिर (रेलवे रोड)इन मंदिरों में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और भजन-कीर्तन का दौर दिनभर चलता रहा। कम्पिल के ऐतिहासिक रामेश्वरनाथ और कालेश्वरनाथ मंदिरों में भी विशेष आयोजन कम्पिल स्थित रामेश्वरनाथ मंदिर में सुबह 4:00 बजे से ही श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए उमड़ पड़े।गंगा स्नान के बाद भक्तों ने गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक किया।कालेश्वरनाथ मंदिर में भी भक्तों की भीड़ के कारण मंदिर प्रांगण देर शाम तक भरा रहा श्रद्धालु बोले: “सावन का अंतिम सोमवार भोलेनाथ का विशेष दिन होता है। हमने परिवार के सुख-शांति और समृद्धि के लिए जल चढ़ाया है।प्रशासन और मंदिर प्रबंधन की ओर से व्यवस्था और साफ-सफाई के विशेष प्रबंध किए गए थे।

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