
–शीतकालीन सत्र के दौरान सत्र मात्र 12 मिनट चल पाया। इस दौरान सदन के अंदर जमकर बवाल हुआ। इस संबंध में विपक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा के दोनों नेताओं ने सदन के अंदर तेजस्वी यादव पर अपशब्द कहते हुए उनको जान से मारने की कोशिश की।
(रवि कुमार भार्गव संपादक दैनिक अयोध्या टाइम्स बिहार)
पटना:-मानसून सत्र की दूसरी पाली की अभी शुरूआत ही हुई थी, तभी हंगामा होने लगा। संजय सिंह और जनक सिंह ने नेता प्रतिपक्ष को कई अपशब्द भी कहे। इस वजह से जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा के दो विधायकों ने न सिर्फ उनको अमर्यादित शब्द कहे, बल्कि उन्हें जान से मारने की भी कोशिश की। हालाँकि राजद के विधायकों ने बीच-बचाव करते हुए तेजस्वी यादव को बचा लिया। जान से मारने का आरोप जनक सिंह और संजय सिंह पर लगा है। तेजस्वी यादव सदन से बाहर निकलकर पत्रकारों के सामने कहा कि माइक तोड़ कर मुझे मारने की कोशिश की गई है। अगर मेरे विधायक बीच बचाव नहीं करते तो कुछ भी हो जाना संभव था। अगर उनको मुझे मारना ही है तो कहिए मैं अपना लाइसेंसी हथियार दे देता हूं उनको, मार दे दो मुझे। ऐसे थोड़े होता है बिना तर्क के कुछ भी बोल देना और बोलकर निकल जाना। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि यही अशोक चौधरी और विजय सिन्हा हैं जो एनडीए की बैठक में एक दूसरे को भ्रष्टाचारी कह रहे थे। दोनों एक दूसरे पर विभाग लूटने का आरोप लगा रहे थे। यह लोग इमानदार थोड़ी है। फिर उन्होंने कहा कि अगर हम हैं कॉन्ट्रैक्ट वाले हैं, तो फिर मैं खुलेआम कैसे घूम रहा हूं। जेल में डाल दो, एनकाउंटर कर दो। पाताल से क्या ढूंढ रहे हो हम तो सामने खड़े हैं।