सहारनपुर। महापौर डॉ.अजय कुमार की अध्यक्षता में आज नगर निगम कार्यकारणी ने नगर निगम सहारनपुर के इतिहास का सबसे बड़ा पुनरीक्षित बजट पेश किया। मूल बजट 690 करोड़ 82 लाख 96 हजार में 145 करोड़ 11 लाख 03 हजार की बढ़ोत्तरी करते हुए लेखाधिकारी मनोज त्रिपाठी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 का 835 करोड़ 93 लाख 99 हजार का पुनरीक्षित बजट प्रस्तुत किया। बजट की एक विशेषता यह भी रही कि वार्डो के त्वरित विकास के लिए बजट में 30 करोड़ रुपये की अतिरिक्त व्यवस्था रखी गयी है।
लेखाधिकारी मनोज त्रिपाठी द्वारा प्रस्तुत पुनरीक्षित बजट में नगर निगम ने स्वअर्जित आय ( कर एवं करेत्तर राजस्व ) का लक्ष्य 76 करोड़ 55 लाख से बढ़ाकर 99 करोड़ 23 लाख 10 हजार रखा है। बजट में जहां निर्माण विभाग का बजट 276 करोड़ 40 लाख से दस करोड़ बढ़ाकर 286 करोड़ किया गया है वहीं जलकल विभाग का बजट 54 करोड़ 80 लाख से घटाकर 49 करोड़ 55 लाख किया गया है। यानि जलकल विभाग का बजट सवा पांच करोड़ कम किया गया है। कार्यकारणी द्वारा बजट पर चर्चा के बाद नगर निगम मे शामिल हुए 32 गांवों के विकास के लिए छह करोड़ रुपये अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान भी किया गया।
कार्यकारणी ने सभी धर्माे के अंत्येष्टि स्थलों की चारदीवारी और हाईमास्ट लाइट के लिए भी चार करोड़ रुपये की व्यवस्था बजट में की है। महापौर डॉ. अजय कुमार ने डबनी वाला कब्रिस्तान के निकट स्थित तालाब के पास कुछ लोगों द्वारा किये जा रहे कब्जे के प्रयास को रोकने तथा कब्रिस्तान के बाहर अवैध रुप से डाले गए टीन शेड को भी हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कब्रिस्तान की जल निकासी की व्यवस्था करने के आदेश भी अधिकारियों को दिए।
इससे पूर्व पार्षद मंसूर बदर ने जानना चाहा कि स्वकर प्रणाली के जो फॉर्म भरवाए जा रहे है, क्या उनका सत्यापन भी कराया जायेगा ? उन्होंने 32 गांवों के लिए अलग से बजट रखने की भी मांग की। जबकि अभिषेक अरोड़ा टिंकू ने जीआईएस सर्वे टीम के एक ऑपरेटर पर गंभीर आरोप लगाते हुए टीम को सहानपुर से वापिस भेजने की मांग की। उन्होंने गौशाला का बजट बढ़ाने और गौशाला का विस्तार करने की भी मांग की। पार्षद राजेंद्र कोहली का कहना था कि अंबाला रोड की एक ही मार्किट में टैक्स की वार्षिक दरे अलग-अलग है। इस पर महापौर ने कर अधीक्षक सुधीर शर्मा को क्षेत्रीय पार्षद को साथ लेकर सम्बंधित वार्ड के भवनों का वार्षिक टैक्स रिव्यू कराने के निर्देश दिए।
पार्षदों की मांग पर नगरायुक्त ने शासन से आये मयूटेशन सम्बंधी नियमों को तत्काल लागू करने के निर्देश दिए। पार्षदों ने निगम द्वारा अस्पताल तथा कॉलेज बनाने की मांग करते हुए निगम की आय बढ़ाने के भी सुझाव दिए। उपसभापति मयंक गर्ग ने सड़कों पर लगाये जाने वाले फलेक्स के संबंध में एक नीति बनाने की मांग रखी। पार्षद संजय सैनी ने कहा कि उनके वार्ड में निगम अधिकारियों के सहयोग से 70 प्रतिशत सड़क निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, उन्होंने शेष कार्य को पूरा कराने के लिए सहयोग बनाये रखने पर जोर दिया।
पार्षद शबाना प्रवीण ने पुराना कलसिया रोड पर जल निकासी तथा सड़क निर्माण का मुद्दा उठाया। महापौर ने समस्या समाधान का आश्वासन दिया। पार्षद अनुज जैन ने वार्ड में लाइटे खराब होने, चौक फव्वारा से अतिक्रमण हटवाने तथा साफ सफाई का मामला उठाया। दिग्विजय चौहान ने कुत्तों के बढ़ते आतंक का मामला उठाते हुए प्रभावी कार्रवाई की मांग की। पार्षद फजलुर्रहमान, पार्षद आरती दिवाकर व सुलेख चंद ने भी अपने-अपने वार्डो के मुद्दे उठाये जिन पर नगरायुक्त शिपू गिरि तथा महापौर ने पार्षदों को कार्रवाई के आश्वासन दिए। कार्यसमिति की बैठक में अपर नगरायुक्त प्रदीप कुमार यादव व मृत्युंजय, सहायक नगरायुक्त जे पी यादव, महाप्रबंध जल पुरुषोत्तम कुमार, मुख्य अभियंता निर्माण सुरेश चंद व एमएनएलपी सच्चिदानंद त्रिपाठी सहित निगम के सभी अधिकारी मौजूद रहे।






