सहारनपुर । जैन वार्षिक गजरथ महोत्सव यात्रा आज धार्मिक रीतियो और विधियो के अनुरूप धार्मिक झांकियां से समाहित धूमधाम श्रद्धा एवं हर्षो उल्लास, उत्साह पूर्वक उत्कर्ष ढंग से जैन बाग स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर जी से परम पूज्य आचार्य श्री विमर्श सागर जी ससंघ के पावन सानिध्य में प्रारंभ हुई।
महोत्सव यात्रा में सबसे आगे जैन धर्म के सिद्धांत को करता अहिंसा परमो धर्म का बैनर लिए दो युवक चल रहे थे तो वही जैन धर्म की पता का लिए एक युवक चल रहा था और यात्रा के आगमन का संदेश दे रहा था उनके पीछे रंग-बिरंगे कपड़ों में विभिन्न वाद्य यंत्रों पर मनमोहन आध्यात्मिक दोनों को बजाते हुए बैंड बाजे सम्मिलित है थे जिस पर बुढ़िया की लुटिया कमाल कर गई, बाहुबली भगवान का मस्तका अभिषेक, प्रभु तेरे दर्श करके धन्य हुआ मैं, श्री जी की सवारी निकली है बड़े धूम से आदि भजन गूंज रहे थे और जिन पर महिलाएं और पुरुष भाव विभोर होकर थिरक रहे थे।
यात्रा में ढोल नर्सिंग जलेब ऐरावत शहनाई गुड़हल ने शामिल रहे तो वही हाथी पर सौधर्म इंद्र के रूप में चंडीगढ़ से आए अनुभव जैनअपने परिवार के साथ स्वर रहे तो वही कुबेर सौरव और गौरव अपने परिवार के साथ गज पर सवार दिखाई दिए और प्रभु श्री के आगमन की सूचना पर रत्नो की वर्षा कर रहे थे। यात्रा में धर्म की महता को दर्शाती हुई और उनके जीवन को सारगर्भित करती हुई कई झांकियां सम्मिलित थी नाग नागिन के रूप में सांसारिक जीवन में रहते हुए भगवान श्री पारसनाथद्वारा उन्हें नवकार मंत्र सुनना, प्रभु श्री कासमोसारण, प्रभु पारसनाथ भगवान का तप और उपसर्ग, प्रभु श्री का अभिषेक, प्रभु श्री के जन्म पर उनको झूला झूलाती हुई माता, जियो और जीने दो का संदेश देते हुए गए और शेर एक ही घाट पर पानी पीते हुए आदि कई झांकियां सम्मिलित रही। यात्रा के अंत में 17 फीट ऊंचा स्वर्ण मंण्डित रथ रहा जिसमें श्रीजी सवार थे उनसे पहले परम पूज्य आचार्य श्री विमर्श सागर महाराज ससंघ दर्शन करते हुए चल रहे थे वही श्री जी के रथ के आगे श्रद्धालु हाथ जोड़कर स्तुति करते हुए चल रहे थे और भक्ति भाव में झूम रहे थे।
नगर के विभिन्न मार्गों पर श्री जी का स्वागत महिलाएं और पुरुष बच्चे आरती कर कर रहे थे और नृत्य कर अपने भाव प्रस्तुत कर रहे थे नगर में विभिन्न मार्गों पर रंगोलिया बनी हुई थी वहीं सभी मार्ग तोरण बंदरवार और लड़ियों से से सजे हुए थे। नगर की भव्यता देखते ही बनती थी।
शोभा यात्रा के प्रारंभ में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी ने श्रीजी की पूजा अर्चना की वही नगर विधायक राजीव गुंबर महापौर डॉ अजय सिंह, पूर्व महापौर संजीव वालिया विभाग संघ संचालक प्रमुख आशुतोषजी, सहसंघ संचालक अशोक बंसल पूर्व महानगर अध्यक्ष हेमंतअरोड़ा, भाजपा नेता मानवेंद्र पुंडीर व्यापारी नेता रविंद्र मिगलानी पार्षद मुकेश गक्गड़ नीरज शर्मा गौरव जैन अनुज जैन पूर्व पार्षद आशुतोष सहगल मानसिंह मनोज जैन ने श्रद्धापूर्वक श्रीजी के चरणों में श्रीफल भेंट किया।
आचार्य श्री विमर्श सागर महाराज जी ने अपने मंगल प्रवचन में कहा गौरवशाली गजरथ महोत्सव यात्रा को देखने के लिए श्री जी के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु और अन्य समाज के लोग आते हैं पूर्वजों की सोच अत्यंत विराट और दूरगामी थी उन्होंने जिन शासन और जैन धर्म की प्रभाव न के लिए सैकड़ो वर्ष को श्री गजरथ महोत्सव यात्रा के मंगल में विचार का प्रार्दुभाव किया आज नगर के मुख्य मार्गो से 17 फीट ऊंचे स्वर्ण मंदिर रथ पर विराजित श्रीजी के मंगल दर्शन श्रद्धालु जन करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्री जी का रथ आज जिन जिन मार्गों से निकला वहां निश्चित रूप से सुख शांति समृद्धि और सद्भावना की अद्भुत वर्षा होगी प्रत्येक प्राणी के लिए शुभ मंगलमय और कल्याणकारी होगा उन्होंने भगवान महावीर स्वामी के संदेश के अनुसार जियो और जीने दो के सिद्धांत के साथ सभी पांच नियमों के पालन पर भी जोर दिया।
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास एवं संसदीय मंत्री जसवंत सिंह सैनी ने श्रीजी को नमन करते हुए कहा कि वह स्वयं को धन्य मानते हैं कि उन्हें श्री जी के दर्शन करने का सौभाग्य मिला और वह ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर स्वयं को पुण्य शाली मानते हैं और उन्हें अदभुत सुख और शांति ऊर्जा की अनुभूति होती है।
नगर विधायक राजीव गुंबर महापौर डॉक्टर अजय सिंह ने सभी को वार्षिक जैन गजरथ महोत्सव यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस यात्रा में सम्मिलित होना और श्रीजी की पूजा अर्चना करने का सौभाग्य मिलना उनके जीवन को और अधिक पुण्यशाली बनाता है सीए अनिल कुमार जैन ने कहा कि यह हमारे बड़े सौभाग्य की बात है कि साक्षात भगवान कहे जाने वाले परम पूज्य आचार्य श्री विमर्श सागर जी महाराज के ससंघ का पावन सानिध्य मिला है और उन्हीं के सानिध्य में आज यात्रा का प्रारंभ हुआ है।

जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन ने कहा कि हम प्रतिदिन मंदिर की जाते हैं श्री जी के दर्शन करते हैं लेकिन वर्ष में दो दिन ऐसे होते हैं जब श्रीजी स्वयं मंदिर से बाहर आते हैं और नगर के मुख्य मार्गों पर उनकी यात्रा निकलते हैं और हम श्री जी के दर्शन कर सकते हैं श्री जी के दर्शन करना पुण्य अर्जन करना होता है। उन्होंने कहा कि आज अहिंसा परमो धर्म विश्व भर में प्रासंगिक है और आज इसकी सभी को आवश्यकता है यही है जो प्रेम की धारा को प्रभावित करता है।
पूर्व भाजपा महानगर अध्यक्ष और संरक्षक राकेश जैन ने कहा विश्व शांति और प्राणी मात्र के कल्याण के लिए जैन समाज के कार्यक्रम आपसी सौहार्द वर्धन और परस्पर मैत्री बढ़ाने वाले होते हैं। श्री जी के रथ पर श्री जी के खवासी बनने का सौभाग्य नवीन जैन, मनीष जैन को प्राप्त हुआ तो वही दाएं और बाएं इंद्र के रूप में सुरेश चंद जैन, मनीष जैन अपने भाग्य को सराहा रहे थे।
प्रभु श्री के खजांची बनने का सौभाग्य संदीप जैन, दिनेश जैन, डॉक्टर एके जैन, बिन्नी अरनम जैन को प्राप्त हुआ तो वही घंटी की सवारी पर जयदीप जैन, राजीव जैन, अनुज जैन, राकेश जैन अवनीश जैन, अजीत जैन, सुनील जैन रहे।
श्रीजी के रथ के सारथी बने का सौभाग्य जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन, मुख्य संयोजक राकेश जैन, नगर विधायक राजीव गुंबर, महापौर डॉक्टर अजयकुमार सिंह, पूर्व महापौर संजीव वालिया, रविंद्र मिगलानी, संघ संचालक प्रमुख आशुतोष, अशोक बंसल पार्षद, मुकेश घक्कड़, मानसिंह , अनुज जैन, गौरव जैन नीरज शर्मा मानवेंद्र पुंडीर आदित्य जैन, संदीप जैन, व्यापारी नेता राजकुमार कक्कड़, राकेश छाबड़ा, राकेश धींगडा और जैन समाज के कई पदाधिकारी को मिला।
यात्रा श्री दिगंबर जैन मंदिर जी से प्रारंभ होकर जैन बाग रामकृष्ण परमहंस स्कूल दिगंबर जैन कॉलोनी चिलकाना चुंगी ज्ञान गार्डन जैन बाग रायवाला रानी बाजार हलवाई हट्टा दीनानाथ बाजार बडतला यादगार, मोरगंज नया बाजार सराफा बाजार हवाई हट्टा, रानी बाजार रायवाला होते हुए शाम को जैन बाग स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर की पहुंची जहां श्री जी का जलाभिषेक किया गया सभी ने अपने नैनो और मस्तक पर जलाभिषेक लगाकर सर्व कल्याण की कामनाकी।
यात्रा के मुख्य संयोजक विनोद जैन, मंत्री संजीव जैन, उपाध्यक्ष विपिन जैन, उप मंत्री अविनाश जैन नाटी, कोषाध्यक्ष अरुण जैन, सभी टोलियों के चौधरी चौधरी, अनुज जैन, अजीत जैन, अविनाश राजा अनिल जैन मंटू, संदीप जैन, राकेश जैन विनय जैन, अरुण जैन, डॉक्टर ए के जैन चौधरी, संदीप जैन, महावीर जैन, ललित जैन, आयुष जैन(राजा), पंकज जैन, अजय जैन, विपिन जैन, आदित्य जैन, संजय जैन, नितिन जैन, विभोर जैन अशोक जैन, मनोज जैन ऋषभ जैन, अमित जैन, विवेक जैन, सचिन जैन, निखिल जैन रजत जैन, अतुल जैन, मयूर जैन, मोहित जैन, मुकेश जैन, विशाल जैन, प्रवीन जैन आशीष जैन, श्रवण जैन पंकज जैन, मुकेश जैन, दीपक जैन, टीटी जैन, रवि जैन, राजीव जैन, सुशील जैन, डॉक्टर सुमित जैन, प्रदीप जैन, विपिन जैन अनिल जैन, आचमन जैन, अक्षत जैन आदि ने यात्रा को सफल बनाने में विशेष सहयोग दिया।।*






