दैनिक अयोध्या टाइम्स-
सहारनपुर । मण्डलायुक्त अटल कुमार राय ने कहा कि कोई भी व्यक्ति महात्मा गांधी के पक्ष या विपक्ष में तो हो सकता है, परन्तु उनके प्रभाव से दूर नहीं हो सकता, इसलिए आज आवश्यकता इस बात की है कि गांधी दर्शन को सकारात्मक रूप से अपनाकर देश का प्रत्येक नागरिक अपने आत्मबल को मजबूत बनाये।
यहां गांधी पार्क स्थित प्रभु जी की रसोई मे गांधी जयंती कार्यक्रमों की श्रृंखला में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सहभोज कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए श्री राय ने कहा कि आज हम भले ही पूर्ण रूप से स्वतंत्र हो गये हों, मगर अंग्रेजी मानसिकता के आज भी हम गुलाम है, जबकि हमें अपने स्वदेशी होने पर गर्व करना चाहिए कि हमने गांधी जी के देश में जन्म लिया है, जिस पर न केवल भारत बल्कि पूरा विश्व ये कहकर गर्व करता है कि गांधी जी के अहिंसात्मक मार्ग पर चलकर ही पूरे विश्व में शांति फैलायी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि गांधी जी किसी सिफारिश के बल पर महात्मा नहीं कहलाये बल्कि उन्होंने गीता के ज्ञान को बारीकी से समझा और उन्होंने यह भलीभांति समझ लिया था कि आत्मा अमर व अजर है, जिसको शुद्ध व पवित्र रहकर ही मृत्यु के उपरान्त भी अपने नाम को अमर किया जा सकता है। उन्होंने गांधी जी के राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक दर्शन को विस्तार से बताते हुए कहा कि यदि राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में गांधी दर्शन का समावेश कर लिया जाये तो दुनिया की कोई भी ताकत हमें प्रगति करने से रोक नहीं सकेगी। इसलिए गांधी दर्शन को विस्तार से अध्ययन किये जाने की बहुत आवश्यकता है।
श्री राय ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के साधारण जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शास्त्री जी ने जय जवान जय किसान का जो नारा दिया था वो आज तक भी कायम है और भविष्य में भी कायम रहेगा चूंकि जय जवान जय किसान के माध्यम से ही पूरे देश में हरित क्रान्ति आयी और हरित क्रान्ति के बल पर ही आज हम अपनी कृषि से प्राप्त खाद्य पदार्थों को पूरे विश्व में निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में गांधी जी और शास्त्री के साधारण जीवन पर चलकर देश की भावी पीढी को प्रेरणा दी जा सकती है।
इससे पूर्व कार्यक्रम के स्वगताध्यक्ष शीतल टण्डन ने सभी का आभार प्रकट करते हुए बताया कि सहभोज महात्मा गांधी की दिनचर्या एक हिस्सा है जिसकी आज भी उतनी ही आवश्यकता है, जितनी महात्मा गांधी जी के समय में थी, क्योंकि सहभोज से आपसी सदभाव, एकता सेवा, समृद्धि की भावना उत्पन्न होती है। श्री टण्डन ने कहा कि प्रभु जी की रसोई में गत एक दशक से गांधी जी व शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर सहभोज किया जा रहा है और आगे भी जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस सहभोज को और भी भव्य बनाया जायेगा।
कार्यक्रम संयोजक पं.जयनाथ शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जैसी महान विभूतियों के साधारण जीवन को अपनाकर हम पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बना सकते हैं, लेकिन आवश्यकता इस बात की है कि युवाओं को ऐसे महापुरूषों के जीवन को समय-समय से बताया जाये ताकि आज के युवा कल का भविष्य बन सके। कार्यक्रम प्रभारी नगर मजिस्टेªट डा.कुलदीप सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर को होना था परन्तु सर्वसम्मति से यह कार्यक्रम आज आयोजित किया गया है। उन्होंने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का आभार जताया।
इससे पूर्व मण्डलायुक्त ने नगर मजिस्टेªट ने गरीब, असहाय व जरूरतमंदों को प्रभु जी की रसोई में भोजन वितरित किया। कार्यक्रम को पूर्व विधायक सुरेन्द्र कपिल, कर्नल संजय मिडढा, पूर्व प्रधानाचार्या डा.कुदुसिया अंजुम, स.दलजीत सिंह कोचर, यशपाल मैनी,डा.पी.के.शर्मा, राजकुमार वर्मा, महेन्द्र सचदेवा, महेश नारंग, कौशलेन्द्र स्वामी, राघवेन्द्र स्वामी, विनोद यादव आदि वक्ताओं ने भी
सम्बोधित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व विधायक ठा.विरेन्द्र सिंह, उद्यमी रविन्द्र मिगलानी, समाजसेवी कृष्ण लाल ठक्कर,के.के.के.गर्ग, योगेश पंवार, सुरेश निझावन, मुरली खन्ना, डा.जी.बी.लाल, श्रीमती प्रवीन मोंगा, डा.असलम खान, सैयद बिलाल, जी.एस.बब्बर, स.आर.जी.जावरा, भूपेन्द्र मोंगा, उद्यमी अशोक गांधी, देवेन्द्र सिंह, सुभाष चंद, भोपाल सिंह, इंतखाब आजाद, अंजुम सिद्दिकी, जे.एम. गांधी, राकेश ठाकुर, धर्मेन्द्र कुमार, अमीर खान एडवोकेट, रमेश यादव ,के.एल.दावड़ा आदि शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय गांधी पार्क के प्रबन्धक राजेश यादव एवं संचालन अमीर खान एडवोकेट ने किया।






