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बाढ़ का कहर, कई सड़के क्षतिग्रस्त,आवागमन में बाधा

जानवर परेशान है और आवारा घूमने वाले पशु भी चारे की कमी को लेकर समस्याओं से जूझ रहे

EDITED BY: DAT BUREAU

UPDATED: Monday, September 29, 2025

Animals are suffering and stray animals are also facing problems due to lack of fodder.

ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान फर्रूखाबाद । अमृतपुर 40 दिनों से अधिक समय तक गंगा पार क्षेत्र में विनाशकारी बाढ़ का कहर बन रहा। जो अब बीते सप्ताह से कम हो गया है। लेकिन यह सैलाब अपने पीछे गंगा पार क्षेत्र के वाशिंदों को जो दर्द देकर गया है उसे काफी समय तक भुलाया नहीं जा सकता। कई घरों में लोग बीमार है।

जानवर परेशान है और आवारा घूमने वाले पशु भी चारे की कमी को लेकर समस्याओं से जूझ रहे हैं। बाढ़ की तीव्रता के कारण बह कर आये जहरीले कीड़े भी अब क्षेत्र में अत्यधिक मात्रा में घूमते देखे जा सकते हैं। जिससे किसानों को हर समय भय सताता रहता है। खेतों में काम करने वाले किसान इन जहरीले कीड़ों से भय ग्रस्त रहते हैं।

कई बार इससे दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। जिन निचले इलाकों में पानी भरा है वहां अब कूड़े के सड़ने की वजह से सड़न पैदा हो चुकी है। गांव के आसपास लगने वाले घूरे के ढेर सड कर बदबू फेंक रहे हैं। जिससे वातावरण दूषित हो चुका है। आवागमन के संसाधन भी अधूरे दिखाई दे रहे हैं। सड़के और पुलियां काफी मात्रा में क्षतिग्रस्त हुई हैं। राजेपुर के निकट अलीगढ़ चौराहे से इमादपुर सबलपुर होते हुए गोटिया तक जाने वाला 5 किलोमीटर का मार्ग 50 प्रतिशत से अधिक क्षतिग्रस्त हो चुका है।

कई जगहो पर इसकी हालत काफी दयनीय हो चुकी है। बाढ़ की तीव्रता के कारण यह सड़क टूट कर बिखर चुकी है। कुतलूपुर जाने वाली सड़क भी पानी से खराब हो चुकी है। फखरपुर तक जाने वाला मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुआ है। मंझा गाँव तक पहुंचने वाली सड़क भी सैलाब में टूट चुकी है। राजेपुर ब्लॉक की कई सड़के मरम्मत का इंतजार कर रही हैं। अब यहां से आना जाना सुगम नहीं रहा है।

क्षेत्र के कुछ राजनीतिक लोग इन सड़कों पर श्रमदान करके इन्हें दुरुस्त करने का प्रयास कर रहे हैं। कई जगहों पर ग्रामीणों की सहायता से मरम्मत का कार्य किया गया। लेकिन यह सड़के सिर्फ आंशिक रूप से ही ठीक हो पायी हैं। जब तक शासन सत्ता की तरफ से इन सड़कों का जीर्णोद्धार द्वारा नहीं किया जाता इन्हें ठीक करना मुश्किल हो जाएगा।

अब क्षेत्र के लोगों ने शासन से मांग की है कि बाढ़ की समस्या खत्म होने के बाद आवा गमन को सुचारू बनाए रखने के लिए टूटी सड़कों और पुलियों का नवीनीकरण शीघ्र कराया जाए। जिससे किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने में वहां कार्य करने में वहां से फसल लाने में खाद पहुंचाने में कठिनाई का सामना न करना पड़े।

राजेपुर कस्बे के अंदर मुख्य मार्ग पर सड़क की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। यहां से निकलने वाले लोडर वाहन अक्सर यहां फस जाते हैं और फिर जाम की समस्या को पैदा करते हैं। कई बार यहां से दो पहिया व तीन पहिया वाहन निकलते समय पलट गए और लोग घायल हो गए। इस सड़क से चार जिलों से अधिक आने वाले यात्री निकलते हैं।

जिसमें हरदोई शाहजहांपुर फर्रुखाबाद बदायूं के लोगों के लिए यह रास्ता काफी सुगम है। गंगा पार क्षेत्र की टूटी हुई सड़कों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने की मांग ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की है। जिससे आगे आने वाले समय में गन्ने की ढुलाई और आलू व गेंहू की बुवाई में किसानों को समस्याओं का सामना न करना पड़े।

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