
ब्यूरो चीफ विपिन सिंह चौहान फर्रूखाबाद
मेरा युवा भारत फर्रुखाबाद द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर आज राम निवास महाविद्यालय, चित्रकूट गांधी, फर्रुखाबाद में “एक राष्ट्र, एक संविधान” विषय पर निबंध प्रतियोगिता एवं आपदा प्रबंधन पर विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री जयंत कुमार दीक्षित (सेवानिवृत्त आयुक्त, पीसीएस), प्राचार्य डॉ. प्रवीण कुमार त्रिपाठी, जिला युवा अधिकारी श्री शिखर रस्तोगी (मेरा युवा भारत, फर्रुखाबाद) एवं एएसआई श्री बृजमोहन सती (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल – NDRF) द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।इस अवसर पर डॉ. प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने डॉ. मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने अत्यंत कम आयु में कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति के पद को सुशोभित किया, जो उनकी अद्भुत विद्वता एवं नेतृत्व क्षमता का परिचायक है।श्री शिखर रस्तोगी ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रवादी दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा कि उन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका प्रसिद्ध उद्घोष “एक देश में दो विधान, दो निशान एवं दो प्रधान नहीं चलेंगे” आज भी युवाओं को राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रेरणा देता है।

निबंध प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रार्थना ने प्रथम स्थान, नेहा ने द्वितीय स्थान तथा नेहा एवं रोशनी ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को ट्रॉफी तथा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
कार्यक्रम के दौरान NDRF टीम ने एएसआई श्री बृजमोहन सती के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन पर संवादात्मक सत्र लिया। इसमें छात्रों को आपातकालीन परिस्थितियों में प्राथमिक प्रतिक्रिया, डूबते व्यक्ति को बचाने की विधियाँ एवं सीपीआर (CPR) का लाइव प्रदर्शन दिखाया गया।कार्यक्रम के अंत में मेरा युवा भारत के जिला युवा अधिकारी श्री शिखर रस्तोगी द्वारा मुख्य अतिथि श्री जयंत कुमार दीक्षित एवं डॉ. प्रवीण कुमार त्रिपाठी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का संचालन मेरा युवा भारत के युवा मंडल अध्यक्ष श्री लक्ष्मीनारायण पाण्डेय एवं सुश्री उजाला द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।यह आयोजन न केवल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर बना, बल्कि युवाओं में संवैधानिक चेतना, राष्ट्रभक्ति एवं आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी एक सशक्त प्रयास सिद्ध हुआ।