
पीलीभीत /जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में 15वें वित्त आयोग एवं अवस्थापना निधि के अन्तर्गत प्रस्तुत कार्ययोजना की समीक्षा बैठक गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में ग्राम पंचायत को प्राप्त कर, शुल्क, ग्राम समाज की आय तथा शासकीय आय के रूप में प्राप्त धनराशि का लेखा-जोखा तथा व्यय का हिसाब-किताब रखना, ग्राम पंचायत की परिसम्मपतियों के स्टाक रजिस्टर पर निर्धारित प्रारूप में रखना,पंचायत कर की वसूली निर्धारण में किसी प्रकार अनियमित्ता न हो,इस पर दृष्टि रखना तथा ऐसे व्यक्ति शेष तो नही रहे जिनके द्वारा पंचायत टैक्स न अदा किया हो। कर निर्धारण सूची तैयार करके आपत्तियां मांगना एवं मांग वसूली कर रजिस्टार तैयार कराना तथा वसूली सुनिश्चित करना, बिना लाइसेंस प्राप्त किसी के द्वारा व्यापार तथा पेशा नहीं किया जाता है। परिवार रजिस्टर की सुरक्षा, गांव सभा क्षेत्र में पड़ने वाले सार्वजनिक भवनों, पंचायत भवनों, विद्यालयों तथा अन्य परिसम्पतियों की देखभाल एवं मरम्मत आदि और अतिक्रमणों को दूर करना, जन्म-मृत्यु रजिस्टर को पूर्ण करना, ग्राम पंचायत के कर्मचारियों पर नियंत्रण रखना, युवक मंगल दल व सुरक्षा समितियों का गठन करने में सहयोग देना, पंचायत उद्योग की स्थापना में सहयोग करना, राष्ट्रीय बचत पासबुक में धन जमा कराना, ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना, स्वरोजगार योजना/ग्राम्य विकास योजना के अन्तर्गत निर्धारित कर्तव्यों का पालन करना, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति से सम्बन्धित कार्यक्रमों एवं योजनाओं के अन्तर्गत निर्धारित कर्तव्यों का पालन, ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम, किसान बाजारों/पशुहाटों का सुदृढीकरण, खंडजा एवं नाली निर्माण, नाली मरम्मत कार्य, हैण्डपम्पों की मरम्मत स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था, वृद्धावस्था/किसान पेंशन, निराश्रित महिलाओं को सहायक अनुदान, छात्रवृत्ति का सुचारू वितरण आदि के प्रति कर्तव्यों पालन आदि विन्दुओं पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी ने विभागाध्यक्षों एवं ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों का रिकार्ड सुरक्षित रखने, मरम्मत कार्य, साफ सफाई व्यवस्था, फोगिंग, एंटी लार्वा का छिडकाव सहित अन्य समस्त कार्यों कराना सुनिश्चित किया जाये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।