
पुलिस और बम स्क्वॉड ने स्कूलों का किया सघन निरीक्षण,प्रशासन अलर्टमोड पे।
अयोध्या टाइम्स संवाददाता। हरिओम द्विवेदी कानपुर बुधवार:- जैसे ही धमकी भरे ईमेल स्कूलों को मिले स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस से की शिकायत पे आनंद-फानन में पुलिस ने तमाम स्कूलों का किया निरीक्षण गहन जांच करते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर। सिविल लाइंस स्थित स्कूल की जांच करती हुई पुलिस
सिविल लाइंस स्थित स्कूल की जांच करती हुई पुलिस
कानपुर के लगभग डेड़ दर्जन बड़े स्कूलों को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली है। जैसे ही पुलिस को इस मामले की जानकारी मिली तो पुलिस अफसर अलर्ट हो गए। स्कूलों में सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई।
पुलिस टीम के साथ बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड को मौके पर भेजा गया। सभी स्कूलों के क्लासरूम, कैंपस और आसपास के इलाकों की गहन तलाशी ली जा रही है। इस धमकी के बाद से स्कूल प्रशासन भी सतर्क हो गया है और सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं।
स्कूल में जांच कर रही पुलिस
चप्पे-चप्पे की जांच हो रही: एडिशनल सीपी एडिशनल सीपी आशुतोष कुमार ने बताया कि कानपुर के कुछ नामी स्कूलों को धमकी भरा ई- मेल मिला है। इसकी शिकायत कई स्कूलों ने पुलिस थानों में दी है। इसके बाद फौरन एक्शन लेते हुए स्कूलों को अलर्ट कर दिया गया है।

पुलिस ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि बिना जांच के किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश न दिया जाए। जिन स्कूलों को धमकी मिली है, वहां स्थानीय पुलिस, बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड को जांच के लिए भेजा गया है।
हूबहू पढ़िए मेल में क्या धमकी मिली-
नमस्ते। हम आपको यह बताने के लिए लिख रहे हैं कि हमने इमारत के अंदर कई बम (पेंटाएरिथ्रिटोल टेट्रानाइट्रेट) रखे हैं। विस्फोटकों को बड़ी कुशलता से छिपाया गया है। आप सब मरेंगे। आपके बच्चों को मरना ही होगा। आप सुखी जीवन जीने के लायक नहीं हैं। स्कूल खून-खराबे में बदल जाएगा। यह संदेश भारत के हर स्कूल के लिए है, सिर्फ़ बम प्राप्त करने वालों के लिए नहीं। इस संदेश को बेहद गंभीरता से लें। आपके बच्चे अपने अंग या अपनी जान गँवा देंगे और हम खुशी-खुशी समाचार देखेंगे और परिवारों को कष्ट सहते हुए देखेंगे। अब समय आ गया है कि भारत हमारे दुख को महसूस करे। हमें अपनी जिंदगी से नफरत है और हम बच्चों को मार देंगे क्योंकि वे सबसे ज़्यादा सदमा पहुंचाते हैं। इस आतंकी हमले के लिए “रोडकिल” और “साइलेंस” ज़िम्मेदार हैं। मीडिया/प्रेस को नाम बताएं।
साइबर सेल भी एक्टिव पुलिस ने मामले की ऑनलाइन जांच शुरू कर दी है। साइबर सेल की टीम यह पता लगाने में जुट गई है कि ये धमकी भरे ई -मेल कहां से भेजे जा रहे हैं और इसके पीछे कौन लोग हैं।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस तरह की धमकियों के पीछे कोई साजिश या पैटर्न है, क्योंकि इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।
स्कूलों का नाम न पब्लिश करने की अपील धमकी भरा ई-मेल आने के बाद स्कूल प्रबंधन और पुलिस अफसरों ने स्कूल का नाम प्रकाशित नहीं करने की अपील की है। स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि स्कूल का नाम सामने आते ही पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर देते हैं।
इससे पूरी व्यवस्था चरमरा जाती है। पुलिस और स्कूल प्रबंधन पूरी तरह से अलर्ट हैं। इस तरह का पहले भी धमकी भरा ई-मेल सिर्फ माहौल बिगाड़ने के लिए आ चुका है।